सिंंगरौली। हैरान परेशान कर देने वाली एक खबर मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग से आई है। इस विभाग के रिकॉर्ड से 16215 शिक्षक गायब हैं। यह शिक्षक कहाँ हैं ? किसी को कुछ नहीं भी पता नहीं है। विभाग द्वारा गायब शिक्षकों की बनाई गई जिलेवार सूची में सिंंगरौली जिले का नाम सबसे ऊपर है, यहाँ से सबसे अधिक 1090 शिक्षक गायब मिले हैं। जबकि दूसरे स्थान पर शिवपुरी है जहाँ से 997 शिक्षक गायब हैं।
यह आंकड़ा एजुकेशन पोर्टल पर उनकी जानकारी अपडेट नहीं होने पर दी गई है। फिलहाल गायब शिक्षकों की विभाग लगातार तलाश कर रहा है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई सफलता नहीं मिली है। सरकारी स्कूल पहले से ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर जो शिक्षक हैं भी वो काफी समय से स्कूल ही नहीं आ रहे। लोक शिक्षण संचनालय डीपीआई द्वारा संयुक्त संचालकों को 7 सितंबर को पत्र जारी किए गए थे और सभी जिला से जानकारी मांगी गई थी ताकि शिक्षकों की सूची को अपडेट किया जा सके। लेकिन डेढ़ माह बाद भी विभाग गायब शिक्षकों को ढूंढ नहीं पाया है।
डीपीआई द्वारा जारी पत्र में सत्र 2018-19 में 320440 शिक्षक पोर्टल पर दर्ज थे वहीं 2019-20 के जारी किए गए आंकड़ों में शिक्षकों की संख्या 304225 रह गई यानी 16215 शिक्षक की जानकारी एजुकेशनल पोर्टल से गायब है। सबसे अधिक सिंगरौली जिले में शिक्षक पोर्टल पर दर्ज नहीं हैं। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को फिर से जानकारी अपडेट करने के निर्देश जारी किए गए हैं। विभाग के अधिकारियों का मानना है कि 16000 शिक्षकों के कम दर्ज होने से केंद्र से शासकीय अनुदान मिलने में कमी हो जाएगी। इसी कारण जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षकों की संख्या की गिनती करके पोर्टल पर जल्द से जल्द अपडेट किया जाए ताकि स्कूल खोलने पर या ऑनलाइन कक्षा के दौरान होने वाले शैक्षणिक कार्य प्रभावित न हों।
संचालनालय के इस सख्त निर्देश के बाद स्थानीय स्तर पर शिक्षकों की दोबारा गिनती शुरू की जा रही है। वैसे स्थानीय अधिकारी बचाव की मुद्रा में हैं। उनका तर्क है कि स्थानांतरण व पदस्थापना के बाद विभाग के कंप्यूटर साफ्टवेयर में भरी गई जानकारी भिन्न होने के कारण शिक्षकों की गैरमौजूदगी बड़ी संख्या में दिखाई दे रही है। सिंगरौली में 1090 शिक्षक गायब हैं वही शिवपुरी में 997 सागर में 873 देवास में 782 बड़वानी में 745 विदिशा में 738 खंडवा में 685 सीधी में 670 टीकमगढ़ में 573 उज्जैन में 548 छतरपुर में 546 झाबुआ महापौर कटनी में 678 शिक्षक गायब हैं। इसके अलावा बड़े शहरों में गायब होने वाले शिक्षकों की संख्या कम है। राजधानी भोपाल में महज 6 शिक्षक गायब हैं इसके अलावा इंदौर में 120 होशंगाबाद में 101 ग्वालियर में 76 और जबलपुर में 30 शिक्षक गायब हैं।