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राहुल गांधी कल फिर ED के सामने होंगे पेश, ईडी ने की साढ़े आठ घंटे पूछताछ

ईडी मुख्यलय पहुंचे राहुल, बाहर कांग्रेसियों का जमावड़ा

नयी दिल्ली :  नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिन में साढ़े आठ घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की।राहुल गांधी सुबह करीब 11:30 बजे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और बहन प्रियंका गांधी के साथ ईडी दफ्तर पहुंचे थे। सुबह की पाली में करीब तीन घंटों की पूछताछ के बाद वह लंच करने अपने आवास पहुंचे। यहां से वह प्रियंका गांधी के साथ अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने अस्पताल गए। उसके बाद राहुल पुन: ईडी दफ्तर पहुंचे। यहां लगभग साढ़े आठ घंटे से भी अधिक समय तक राहुल से ईडी ने सवाल-जवाब किए। इसके बाद राहुल देर रात अपने आवास पहुंचे।पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को पुन: राहुल गांधी को ईडी दफ्तर पहुंचना होगा।

ईडी की ओर से राहुल गांधी को बुलाए जाने को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है। पार्टी नेताओं ने अपने बयान में कहा कि गांधी परिवार को बेवजह परेशान किया जा रहा है।इस दौरान कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ईडी की कार्रवाई के विरोध में सत्याग्रह मार्च निकाला। दिनभर चले प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।इस दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने बदसलूकी की।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सत्याग्रह कर रहे हैं। नेशनल हेराल्ड के झूठे मामले में गांधी परिवार को परेशान किया जा रहा है।

अपने एक बयान में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सारा दिन कांग्रेस के नेताओं पर हमला किया गया। उन्होंने कहा कि निशाना बनाकर कांग्रेस संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल पर जानलेवा हमला बोला गया। सांसद शक्ति सिंह गोहिल और पी चिदंबरम को काफी चोट आई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटा गया। हजारों को जेलों में बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रजातंत्र को रौंदने का काम किया है।वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र की भाजपा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार जबसे सत्ता में आई है, कांग्रेस नेताओं सहित पूरे विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि राहुल आप सभी निराधार आरोपों से निस्संदेह बरी हो जाएंगे। वाड्रा ने कहा कि उन्हें ऐसे 15 हलफनामे मिल चुके हैं और वह प्रवर्तन निदेशालय का सामना कर चुके हैं। वाड्रा ने कहा कि वह ईडी के हर सवाल का जवाब दे चुके हैं और 23 हजार से अधिक डॉक्यूमेंट्स जमा किए हैं जो कि उनके अब तक की कमाई से जुड़े थे। वाड्रा ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सच्चाई की जीत होगी।कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी के पूछताछ को राज्यसभा के नवनिर्वाचित सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने साजिश करार देते हुए कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस को झुकाने की कोशिश कर रही है।

उल्लेखनीय है कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने आज अपने दफ्तर तलब किया था। यहां ईडी के अधिकारियों ने राहुल गांधी को दिनभर चली पूछताछ के बाद देर रात छोड़ दिया। ईडी के इस कदम को गलत ठहराते हुए कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन किया। इसी क्रम में दिल्ली में कई कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। दिल्ली में कांग्रेस की ओर आयोजित सत्याग्रह यात्रा में शामिल होने कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता दूसरे राज्यों से दिल्ली पहुंचे और गिरफ्तारी दी।

राहुल गांधी से ईडी ने ढाई घंटे पूछताछ की, भोजन अवकाश के बाद पूछताछ के लिए लौटे

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ की। वह पार्टी नेताओं और समर्थकों के साथ यहां एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे थे।अधिकारियों ने बताया कि करीब ढाई घंटे की पूछताछ के बाद राहुल को दोपहर दो बजकर करीब 10 मिनट पर दोपहर के भोजन के लिए ईडी मुख्यालय से बाहर जाने की इजाजत दी गई थी। राहुल गांधी (51) भोजन के बाद पुन: पूछताछ में शामिल हो सकते हैं और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करना जारी रख सकते हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित धनशोधन मामले में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए और जांच एजेंसी द्वारा उनसे पूछताछ जारी है।अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी सुबह करीब 11.10 बजे एपेजी अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे और संभावना है कि वह अपना बयान लिखित रूप से दें। राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय से ईडी दफ्तर पहुंचे। इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और राहुल गांधी के प्रति अपना समर्थन जताया।राहुल गांधी का काफिला जब ईडी मुख्यालय पहुंचा तो गाड़ी में उनके बगल में प्रियंका गांधी भी बैठी हुईं थीं।एजेंसी धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज करेगी।

अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेनदेन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं।राहुल गांधी से ‘यंग इंडिया’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और धन के कथित हस्तांतरण को लेकर सवाल किए जा सकते हैं।कांग्रेस ने राहुल गांधी की पेशी के मद्देनजर देश भर में ईडी कार्यालयों के बाहर ‘सत्याग्रह’ का फैसला किया था और दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रखी थी।

कांग्रेस के यहां प्रस्तावित मार्च के मद्देनजर पुलिस ने कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और पार्टी मुख्यालय के आसपास धारा 144 लगा दी।मुख्य विपक्षी दल के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ईडी को भाजपा का ‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिमार्टमेंट’ करार दिया और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ को रोकने के लिए नयी दिल्ली के इलाके में अघोषित आपातकाल लगा दिया है।ईडी ने इससे पहले राहुल गांधी को दो जून को पेश होने के लिये कहा था, लेकिन उन्होंने पेश होने के लिए कोई दूसरी तारीख देने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह देश से बाहर हैं।जांच एजेंसी ने इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को तलब किया है। पहले उन्हें आठ जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने पेश होने के लिए और समय मांगा था क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तथा अब तक स्वस्थ नहीं हुई हैं। कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है। उसने यह भी कहा है कि वह एवं उसका नेतृत्व झुकने वाले नहीं है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगे आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और एक राजनीतिक दल किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकता। इसलिए, ‘यंग इंडियन’ के नाम से एक गैर-लाभकारी कंपनी (नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी) को ‘नेशनल हेराल्ड’ एवं एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर दिए गए, ताकि 90 करोड़ रुपये का कर्ज खत्म हो सके।’’उन्होंने कहा, ‘‘इस 90 करोड़ रुपये में से 67 करोड़ रुपये कर्मचारियों के वेतन एवं वीआरएस के लिए दिए गए तथा बाकी सरकार का बकाया, बिजली के बिल तथा भवन के लिए भुगतान हुआ। यह अपराध कैसे हो सकता है? यह तो कर्तव्य का बोध है। हमने मोदी सरकार की तरह देश की संपत्ति अपने उद्योगपति मित्रों को नहीं बेच डाली।’’सुरजेवाला के अनुसार, ‘नेशनल हेराल्ड’ के स्वामित्व वाले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के पास आज भी सारी संपत्ति हूबहू सुरक्षित है।(भाषा)

राहुल गांधी की ED के सामने पेशी से पहले कांग्रेस मुख्यालय पर लगा नेताओं का जमावड़ा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लांड्रिंग केस में आज यानी सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगे। राहुल गांधी की पेशी को देखते हुए ईडी के आफिस के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा हम राहुल गांधी के नेतृत्व में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय तक शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकालेंगे। हम संविधान के रक्षक हैं, हम झुकेंगे या डरेंगे नहीं। भारी पुलिस बल तैनात कर यह साबित हो गया है कि मोदी सरकार कांग्रेस से हिल गई है।

ईडी मुख्यलय पहुंचे राहुल, बाहर कांग्रेसियों का जमावड़ा

नेशनल हेराल्ड प्रकरण से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ईडी के दफ्तर पहुंच गए हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के समर्थक देशभर में प्रदर्शन करके इसका विरोध कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने दिल्ली में प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी है। नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंच चुके हैं। उनके साथ प्रियंका गांधी भी मौजूद हैं। ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेसी नेता डटे हुए हैं। कई वरिष्ठ नेता भी बाहर मौजूद हैं। राहुल के ईडी के सामने पेश होने से पहले उनके जीजा और बिजनेसमेन रॉबर्ट वाड्रा ने एक भावुक पोस्ट लिखी है।

उन्होंने लिखा कि आप निःसंदेह सभी निराधार आरोपों से बरी होंगे। मैं प्रवर्तन निदेशालय के साथ सम्मन का 15 बार सामना कर चुका हूं, और हर सवाल का जवाब दिया है और 23,000 से अधिक दस्तावेजों को वितरित किया है। मेरी पहली कमाई से लेकर अब तक का। उन्होंने आगे लिखा कि मेरा मानना है कि, “सत्य की जीत होगी”, और प्रचलित व्यवस्था के इन उत्पीड़न का वह प्रभाव नहीं होगा जो वे चाहते हैं। यह सरकार देश के लोगों को उत्पीड़न के इन तरीकों से नहीं दबाएगी, यह हम सभी को मजबूत इंसान ही बनाएगी। हम यहां हर दिन सच्चाई के लिए लड़ने के लिए हैं और देश के लोग हमारे साथ खड़े हैं।

केंद्र सरकार कांग्रेस नेताओं को डराने की कोशिश कर रही : भूपेश बघेल

राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे हैं। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार, सरकारी संस्थाओं के माध्यम से कांग्रेस के नेताओं को डराने की कोशिश कर रही है। हम डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर केंद्र की सरकार द्वारा की जा रही नफरत और डर की राजनीति को जनता तक पहुंचाएंगे। कांग्रेस, केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को आम जनता तक पहुंचाएगी।’

जब-जब पीएम मोदी डरते हैं वे पुलिस को आगे करते हैं: दिग्विजय सिंह

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब-जब भाजपा और मोदी डरते हैं वे पुलिस को आगे करते हैं। आगे हम जनता की लड़ाई लड़ेंगे। ये केस है ही नहीं… कोई FIR है क्या? यह केस तो मोदी सरकार ने 2014 में शुरू किया और उन्हीं की सरकार ने बिना कोई प्रमाण मिले केस को समाप्त कर दिया।

विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास: हरीश रावत

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि ये पूरी तरह से विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास है। हम इस प्रयास के ख़िलाफ लड़ेंगे। एक प्रकार से ये देश की दूसरी आजादी की जंग है। ये चाहे हमें जेल में डाल दे लेकिन हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अपने नेता के ऊपर हो रहे अन्याय के ख़िलाफ नहीं लड़ सकती है तो जो देश की जनता के ऊपर जो अन्याय हो रहा है उसके ख़िलाफ कैसे लड़ेंगे।

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