अगरतला, 15 मई। त्रिपुरा भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य मानिक साहा ने रविवार को राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने यहां राजभवन में आयोजित समारोह में शपथ दिलाई। फिलहाल मानिक साहा ने अकेले शपथ ग्रहण किया है। उनके मंत्रिमंडल का विस्तार कुछ दिन बाद होने के कयास लगाए जा रहे हैं। मंत्रिमंडल में कौन-कौन होगा। यह अभी साफ नहीं है।
भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब के शनिवार को पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले 69 वर्षीय डॉ. मानिक साहा को सर्वसम्मति से विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया था। राज्य में अचानक उत्पन्न हुए राजनीतिक उठापटक से जनता आश्चर्यचकित है।
मानिक साहा 2016 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में हुए थे शामिल: वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़ने के बाद मानिक साहा भाजपा में शामिल हो गए थे। 2020 में उन्हें पार्टी का प्रमुख बनाया गया। इस साल मार्च में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलना किसी के गले नहीं उतर रहा है। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद बिप्लब देब ने कहा कि उन्होंने पूरे दिल से राज्य के लोगों की सेवा की है। देब ने राज्य के पहले भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। भाकपा के गढ़ त्रिपुरा में 2018 में भाजपा की जीत में उनका अहम योगदान माना जा रहा है। (हि.स.)
त्रिपुरा में भाजपा में दरार बढ़ी, देव वर्मा से नहीं हो पा रहा है सम्पर्क
त्रिपुरा में आश्चर्यपूर्ण तरीके मुख्यमंत्री को बदले जाने की घटना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनेक नेता और विधायक असंतुष्ट हो गये हैं।इनमें से कुछ नेताओं ने दावा किया है कि श्री माणिक साहा को श्री विप्लव कुमार देव की जगह राज्य का मुख्यमंत्री नामित करने से पहले पार्टी के भीतर कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ था।राजभवन के सूत्रों ने आज सुबह कहा कि भाजपा ने अभी तक उन मंत्रियों की सूची नहीं सौंपी है, जिन्हें श्री साहा के साथ शपथ दिलायी जानी है।
श्री देव के मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री रहे एवं भाजपा के दिग्गज नेता जिष्णु देव वर्मा श्री साहा के विधायक दल के नेता बनने के बाद से किसी के सम्पर्क में नहीं हैं।पार्टी नेताओं के साथ-साथ सुरक्षा कर्मियों के कई कोशिशों के बावजूद श्री देव वर्मा से संपर्क नहीं हो पा रहा है।पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनोद सोनकर के नेतृत्व में नेताओं का एक समूह कथित तौर पर शनिवार-रविवार की आधी रात के आसपास श्री देव वर्मा के घर पहुंचा था, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। बाद में उनसे संपर्क के लिए पुलिस बुलायी, लेकिन यह कोशिश भी असफल रही।श्री सोनकर और श्री साहा सहित भाजपा नेताओं ने रविवार को श्री देव वर्मा से मिलने के लिए तीन बार प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली।(वार्ता)