दुद्धी,सोनभद्र : भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉ.अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड से सम्मानित डॉ लवकुश प्रजापति ने लेखनी एवं साहित्य के क्षेत्र में अमिट पहचान स्थापित करते हुए, राष्ट्रीय पटल पर क्षेत्र का नाम भी गौरवान्वित किया है। उक्त बातें पं. दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच द्वारा आयोजित लेखक एवं साहित्यकार डॉ लवकुश प्रजापति के सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए,समारोह अध्यक्ष अधिवक्ता नंदलाल जी ने कही। उन्होंने कहा कि डॉ श्री प्रजापति ने चिकित्सा सेवा के साथ साथ शिक्षा समेत अनेक सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर योगदान दिये हैं। जिनकी ख्याति दूर दूर तक फैली है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए वक्ता सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष विष्णुकांत तिवारी, अधिवक्ता प्रेमचंद यादव, समाजसेवी विंध्यवासिनी प्रसाद, साहित्यकार व कवि रामलखन जंगली, चिकित्सक डॉ संजय गुप्ता, डॉ हर्षवर्धन प्रजापति व डॉ विनय श्रीवास्तव, सभासद राकेश आजाद,सुषमा जायसवाल समेत दर्जनों वक्ताओं ने डॉक्टर अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड सम्मान से सम्मानित डॉ प्रजापति को शुभकामनाएं देते हुए, आगे भी इसी तरह से उज्जवल अविरल साहित्य रचना के लिए प्रेरित किया।
अंत में नगर में भव्य सम्मान समारोह से अविभूत डॉ. लवकुश प्रजापति ने कहा कि साहित्यिक लेखन की अभिरुचि किशोरावस्था से ही रही। जो आगे चलकर “पर्यावरण मित्र 2006” “ज्योतिबा फुले फिरोसीप नेशनल अवार्ड 2011” “महियशीनुपुरी देवी सम्मान 2023″ साहित्य गौरव सम्मान 2024” और अब “डॉ अंबेडकर साहित्य श्री नेशनल अवार्ड 2024″ के रूप में सम्मानित व गौरवान्वित होने का अवसर मिला। मेरा यह सम्मान क्षेत्रवासियों, साहित्य प्रेमियों एवं प्रेरणास्रोत मेरी अर्धांगिनी श्रीमती तारा देवी को समर्पित है। जिन्होंने मेरे इस यात्रा में बराबर की सहभागिता निभाई।
उन्होंने कहा कि मेरी प्रमुख रचनाओं में ” सोनभद्र की फूलमती, जामुन के दाग, मैं रौंदूंगी तोय, परित्यक्ता, मेमने का मोह और शीघ्र प्रकाशित होने वाली “कैमूर पहाड़ की बेटी” शामिल हैं।मेरे साहित्य संस्मरण की यात्रा मौलिक रचना के माध्यम से आदिवासी जीवन शैली से लेकर समसामयिक चिंतन का रचनाओं में विशेष प्रभाव रहा है। उन्होंने इस खास सम्मान के लिए आयोजक मंडल समेत सभी सम्मानितजनों का हृदय से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मंच के महामंत्री जितेंद कुमार चंद्रवंशी ने किया।
इसके पूर्व मुख्य अतिथि डॉ लवकुश प्रजापति का माल्यार्पण, अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह से भव्य सम्मान किया गया। इस मौके पर डॉ केके चौरसिया,डॉ राज बहादुर, डॉ श्रीमती नैना प्रजापति,अधिवक्ता जगदीश्वर जायसवाल, शिवशंकर प्रसाद व उमेश चंद, आरती देवी,अनिता देवी, रीना आजाद, उमाशंकर प्रजापति समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
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