नयी दिल्ली : सरकारी एजेंसियों ने सरकार के भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराध विरोधी अभियान के तहत कार्रवाई करके आर्थिक अपराधियों और भगोड़े घोषित अपराधियों से 1.8 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति बरामद की गई है और भगोड़े आर्थिक अपराधियों को विदेश से लाने का काम तेज जुआ है।
सीबीआई मुख्यालय में एक अलंकरण समारोह में प्रतिष्ठित सीबीआई अधिकारियों को भारतीय पुलिस पदक प्रदान करने के बाद पहले ‘अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग दिवस’ पर अपने उद्घाटन भाषण में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पिछले लगभग चार वर्ष में मोदी सरकार द्वारा आर्थिक अपराधी अधिनियम लाने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) ने 2014 के बाद से अपराधियों की 12 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की संपत्ति की कुर्की कराने में मदद की है।
डॉ सिंह के पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग की भी जिम्मेदारी है।उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में, खासकर अक्टूबर 2022 में भारत द्वारा 90वीं इंटरपोल महासभा की मेजबानी के बाद अपराधियों और भगोड़ों के प्रत्यर्पण में तेजी आयी है।डाॅ सिंह ने कहा कि 2005 से 2013 के बीच संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान औसतन लगभग चार अपराधी/भगोड़े भारत लौटे, जबकि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह औसत बढ़कर 10 हो गया है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक 19 अपराधी/भगोड़े भारत वापस आए हैं जबकि पिछले वर्षों में औसतन लगभग 10 अपराधी/भगोड़े भारत लाए गए थे। उन्होंने बताया कि 2022 में 27 और 2021 में ऐसे 18 भगोड़े आर्थिक अपराधी वापस लाए गए। (वार्ता)