डीएम ने 51 चिकित्सकों समेत 205 कर्मचारियों का वेतन रोका
गोरखपुर । डीएम के निर्देश पर 22 स्वास्थ्य केंद्रों की जांच की गई। जांच में स्वास्थ्य कर्मियों की अपने दायित्व के प्रति लापरवाही उजागर हुई है। 52 डाक्टर व 205 स्वास्थ्य कर्मी अनुपस्थित पाए गए। डीएम डा. कृष्णा करुणेश ने उनका एक दिन का वेतन रोक दिया है और अनुपस्थित होने का स्पष्टीकरण मांगा है। विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
डीएम ने एक साथ जिले के 22 स्वास्थ्य केंद्रों की औचक जांच की योजना बनाई। इसके लिए 22 टीमें गठित की। सतर्कता इतनी बरती गई कि स्वास्थ्य केंद्रों को इसकी भनक भी नहीं लगने पाई। औचक निरीक्षण में पोल खुल गई। स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाएं हैं, दवाएं हैं लेकिन डाक्टरों व कर्मियों के न रहने से उनका लाभ रोगियों को नहीं मिल पा रहा है। वे निजी अस्पतालों में उपचार कराने को मजबूर हो रहे हैं।
इसकी शिकायत मिलने पर डीएम ने इसकी पड़ताल करा ली और सच्चाई सामने आ गई। निरीक्षण के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व, सीएमओ समेत सभी तहसीलों के एसडीएम और नायब तहसीलदार लगाए गए थे। 98 प्रतिशत स्वास्थ्य केंद्रों पर डाक्टर व कर्मी अनुपस्थित पाए गए।
सबसे खराब स्थित जंगल कौड़िया की मिली
जंगल कौड़िया स्वास्थ्य केंद्र पर पांच डाक्टर व 50 स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले। केवल तीन कर्मचारी उपस्थित थे। पिपराइच स्वास्थ्य केंद्र में दो डाक्टर व आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मी नहीं मिले, बाद में पता चला कि वे अवकाश पर हैं। सहजनवां स्वास्थ्य केंद्र में 32 में 18 कर्मचारी और सात डाक्टर गायब मिले। पाली ठर्रापार में 28 में 14 कर्मचारी और पांच डाक्टर अनुपस्थित मिले।
अनुपस्थित मिले सभी डाक्टर व कर्मचारियों का एक दिन वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। आगे भी जांच कराई जाएगी। अगली बार अनुपस्थित मिलने पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – कृष्णा करुणेश, डीएम।(वीएनएस)