संसद सदस्यों के लिए अपमानजनक टिप्पणियों को वापस लें: धनखड़
नयी दिल्ली : उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की सांसदों को अंशकालिक बताने वाली टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि यह अत्यधिक अपमानजनक है और इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।श्री धनखड़ ने केरल के तिरुवनंतपुरम में भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के 12वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संसद के सदस्यों को अंशकालिक बताया जाना अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि संसद को ही कानून बनाने का अधिकार है।
गौरतलब है कि श्री चिदम्बरम ने एक साक्षात्कार में सांसदों को अंशकालिक बताया है।श्री धनखड़ ने नाम लिए बिना वरिष्ठ सांसद के शब्दों को संसद की बुद्धिमत्ता का अक्षम्य अपमान बतातया। उपराष्ट्रपति ने सवाल किया,“क्या हम संसद में अंशकालिक लोग हैं?”वरिष्ठ सांसद के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा,“मेरे पास इस तरह की कहानी की निंदा करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं।”उन्होंने वरिष्ठ नेता से संसद सदस्यों के प्रति अपनी ‘अपमानजनक, बदनामीपूर्ण और अत्यधिक अपमानजनक टिप्पणियों’ को वापस लेने की अपील करते हुए, उनसे अपनी अंतरात्मा के प्रति जवाबदेह होने को कहा।श्री धनखड़ ने चेतावनी देते हुए कहा,“ हमें सावधान रहना चाहिए, जब जानकार लोग जानबूझकर आपको गुमराह कर रहे हों।
”श्री धनखड़ ने कहा,“इस संसद ने एक महान काम किया है। इसने तीन ऐसे कानून बनाकर हमें औपनिवेशिक विरासत से मुक्त किया है जो युगांतकारी हैं। ‘दंड विधान’ से हम ‘न्याय विधान’ तक पहुँच गए हैं।उन्होंने कहा कि सदन में इन तीन कानूनों पर बहस के दौरान प्रत्येक सांसद को योगदान देने का अवसर मिला था। श्री धनखड़ ने दुख जताते हुए कहा,“यह माननीय सज्जन, संसद के एक प्रतिष्ठित सदस्य हैं, जिनका वित्त मंत्री के रूप में एक व्यापक अनुभव है। लेकिन भारी मन से, मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं, उन्होंने अपनी शक्ति का उपयोग नहीं किया, उन्होंने बहस के दौरान एक तरह से आराम किया।
”उप राष्ट्रपति ने कहा कि संसद में तीन कानूनों पर बहस के दौरान अन्य कानूनी दिग्गजों की भागीदारी रही।श्री धनखड़ ने कहा कि ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए जो जानबूझकर देश को बदनाम करने, संस्थाओं को नीचा दिखाने और प्रगति को कलंकित करने की कोशिश कर रहे हैं। (वार्ता)
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