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देवदीपावली का समूचे विश्व में होगा प्रसारण,दिखेगा अद्भुत नजारा

देव दीपावली

देव दीपावली -फाईल फोटो -गुगल

वाराणसी। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर काशी में अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर साढ़े 7000 से अधिक फोर्स की जहां तैनाती होगी वही समूचे विश्व में कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण करने की तैयारी चल रही है। विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली पर इस बार काशी की धरती ऐसा नजारा होगा मानों स्वर्ग ही धरती पर उतर आया हो। इस अद्भुत नजारे के गवाह खुद देश के प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी व सूबे की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल होंगी।

देव दीपावली -फाईल फोटो -गुगल

आगामी 30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होंगे। इसे लेकर जिला प्रशासन और भाजपा की ओर से तैयारियां युद्ध स्तर पर हो रही है। सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो के साथ मिर्जामुराद के खजुरी में अब मुख्य मंच के साथ कार्यकर्ताओं के बैठने का स्थान भी आकर लेने लगा है। यहां वाटर व फायर प्रूफ 300 फिट चौड़ा और 438 फिट लंबा पंडाल बनने का सामान पहुंचने के साथ सैकड़ो मजदूर दिन रात लगे हैं।

बता दें कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली पर बनारस में शानदार ग्रैंड शो होने जा रहा है। इसका सजीव प्रसारण भी होगा जिसे विश्व के तमाम देशों में भारतीय घर बैठे काशी का अद्भुत नजारा देख सकेंगे। सूत्रों की मानें तो अयोध्या की तर्ज पर इस बार असंख्य दीपों से काशी के 84 घाटों को सजाने की पूरी तैयारी हो रही है। खबर मिली है कि गंगा नदी में पानी की लहरों पर शानदार लेजर शो एवं प्रोजेक्‍टर के माध्यम से काशी की महिमा, शिव की महिमा एवं गंगा अवतरण आदि का भव्य प्रदर्शन भी होगा। घाटों पर सुगन्धित पुष्पों से रंगोली सजेंगी तो दीपमाला की बड़ी श्रृंखला सुंदरता में अद्भुत छटा बिखेरेंगी।

पिछली बार से डेढ़ गुना ज्यादा जलेंगे दीप

बनारस के घाटों पर देव दीपावली हर साल बड़े पैमाने पर मनाई जाती है और दुनिया भर से लोग इसे देखने आते हैं। योगी सरकार काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली को और भी भव्य बनाने जा रही है। देव दीपावली पर पिछले साल काशी के घाटों को दस लाख दीयों की रोशनी से रोशन किया गया था, जबकि इस बार देव दीपावली को भव्‍य बनाने के लिए 15 लाख से अधिक दीयों को जलाया जाएगा।
इस बार देव दीपावली में 15 लाख से ज्यादा के दीयों से काशी के घाट सजाए जाएंगे। एक बड़ा प्रकाश उत्सव आयोजित होगा। देव दीपावली के दिन 20-25 घाटों पर बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। यहां पर आने वाले पर्यटक नाव से भी इसका नजारा देख सकेंगे।

पीएम मोदी खुद करेंगे दीपदान

राजघाट पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गंगा में दीपदान करने की सुगबुगाहट है।इसको लेकर तैयारियां भी चल रही है। गंगा और सीढ़ीयों पर 60 फिट लंबा और 45 फिट चौड़ा मंच बनना प्रस्तावित है। पीडब्ल्यूडी को यहां की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। यहां से प्रधानमंत्री नावों के काफिला संग घाटों पर किये गए, दीपोत्सव को निहारने निकलेंगे। इस दौरान घाटों पर जगह- जगह धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। संस्कृति मंत्रालय ने इसके लिए कलाकारों को बुलावा भी दे दिया है।

मोदी बाबा दरबार में लगाएंगे हाजिरी फ़िलहाल मिनट टू मिनट कार्यक्रम नहीं आया लेकिन पूरी संभावना है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा के रास्ते प्रधानमंत्री मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर में मत्था टेकने भी जाएंगे। इस दौरान वे कॉरिडोर के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद सारनाथ स्थित धम्मेख स्तूप पर लाइट एंड साउंड शो भी देखने जायेंगे। बाद ने सारनाथ में ही वे तिब्बती संस्थान के लोगो से संवाद भी कर सकते है।

सिक्सलेन सड़क संग मिलेगी कई सौगात

प्रधान मंत्री के काशी आगमन के साथ इसबार भी कई सौगात मिलने जा रही है। काशी आगमन के मौके पर पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हंडिया से मोहनसराय तक बने सिक्सलेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। अन्य कई बड़ी योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास होने की भी चर्चा है।

भगवान भोलेनाथ ने देवताओं संग मनाई थी दीवाली

देव दीपावली के दिन माना जाता है कि सभी देवता बनारस के घाटों पर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था। त्रिपुरासुर के वध के बाद सभी देवी-देवताओं ने मिलकर खुशी मनाई थी। काशी में देव दीपावली का अद्भुत संयोग माना जाता है। इस दिन दीपदान करने का भी पूण्य फलदायी व विशेष महत्व होता है। मान्‍यता है कि भगवान भोलेनाथ ने खुद धरती पर आकर तीन लोक से न्यारी काशी में देवताओं के साथ गंगा के घाट पर दिवाली मनाई थी, इसीलिए इस देव दीपावली का धार्मिक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है।

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