महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में तौकते से तबाही, विभाग ने जताई और गंभीर होने की आशंका…

मुंबई । साल 2021 का पहला चक्रवाती तूफान तौकते खतरनाक होता जा रहा है। यह गोवा, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी तबाही मचाते हुए महाराष्ट्र की ओर से बढ़ रहा है। मुंबई में इसका असर दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां निचले इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। टीकाकरण कार्यक्रम भी रोक दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तर पर बैठक कर अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन आपूर्ति बहाल रखने के लिए कहा गया है। वहीं गुजरात के सोमनाथ और द्वारका तट पर भी खतरा मंडरा रहा है। एनडीआरएफ की तैनात की गई है।

17 मई को लेकर मौसम विभाग का अलर्ट :
मौसम विभाग के अनुसार तौकते के चलते महाराष्ट्र के तटवर्ती कई जिलों में सोमवार को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं। हवाओं की रफ्तार के अनुसार इस तूफान को अति गंभीर की श्रेणी में रखा गया है। यह तूफान अगले 24 घंटों में और विकराल होंगे और सोमवार की शाम तक गुजरात पहुंच जाएगा। हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 101 टीमों के साथ कोस्टगार्ड, नौसेना और वायुसेना भी मुस्तैद है।
 

गुजरात में खतरा :
अहमदाबाद से मिली जानकारी के अनुसार गुजरात में निचले तटवर्ती इलाकों में रहने वाले 1.5 लाख लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग के अनुसार तूफान के कारण सोमवार की शाम तक हवाओं की रफ्तार 150 से 160 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। मंगलवार सुबह तक हवाओं की रफ्तार में और बढ़ोतरी हो सकती है।

तबाही का मंजर छोड़ गया तूफान :

तौकते के कारण केरल में हुई भारी बारिश से राज्य के कई बांधों में जल स्तर बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। संभावित खतरे के प्रति राज्य प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। बेंगलुरु से मिली जानकारी के अनुसार कर्नाटक के उत्तर कन्नड़, उडुपी, चिकमंगलुरु और शिवमोगा में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। तूफान से सात जिलों के 70 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। कई जगह घर, पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए हैं। गोवा में रविवार सुबह से ही तेज हवाएं चलनी लगीं। बारिश और तूफान के कारण यहां कई जगह बिजली के खंभे और पेड़ गिरने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इस दौरान राज्य में दो लोगों की मौत भी हो गई।

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