- मरीज जिला अस्पताल रिफर
- धनौरा पहुंची स्वास्थ्यकर्मियों की टीम, लिया ब्लड सैम्पल
दुद्धी, सोनभद्र । दुद्धी क्षेत्र इन दिनों संक्रामक बीमारियों की चपेट में है। समूचे क्षेत्र में डेंगू, डायरिया व सर्दी-खाँसी, बुखार का प्रकोप बीते 15 दिनों से गहराया हुआ है। डेंगू, डायरिया व वायरल बुखार होने की वजह से जिले के घोरावल तहसील क्षेत्र में एक की मौत भी हो चुकी है। जिससे जिला मुख्यालय से लेकर समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हड़कंप मचा है।
मंगलवार को धनौरा गांव के निवासी 21 वर्षीय सुमित कुमार पुत्र सिंघासन प्रसाद को तेज बुखार, उल्टी व शरीर मे अकड़न के मद्देनजर स्थानीय सीएचसी में लाया गया जहां चिकित्सक डॉ संजीव द्वारा खून जांच कराया गया। ब्लड टेस्ट में डेंगू की पुष्टि होते ही तत्काल चिकित्सक द्वारा जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। परिजन मरीज को लेकर जिला अस्पताल भर्ती कराए जहां इलाज जारी है। इधर बुधवार को डॉ मनोज इक्का के नेतृत्व में बीपीएम संदीप सिंह, फार्मासिस्ट संजय श्रीवास्तव, लैब टेक्नीशियन संजय कुमार, आशा निर्मला देवी आदि स्वास्थ्यकर्मियों का एक दल धनौरा गांव पहुंचकर डेंगू से पीड़ित मरीज के घरवालों व पड़ोसियों का डेंगू व मलेरिया जांच हेतु बुखार, दर्द से पीड़ित कुल 20 मरीजों का ब्लड सैम्पल लिया। राहत की बात यह रही कि किसी मे डेंगू नही पाया गया। सभी मरीजो को आवश्यक दवाइयां भी वितरित की।
दुद्धी सीएचसी में भर्ती डायरिया से संक्रमित 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला सावित्री ने बताया कि डायरिया का इलाज पिछले एक सप्ताह से इलाज दुद्धी अस्पताल में चल रहा है। 7 दिन पहले हमारे पति राजकुमार की अचानक तबीयत खराब हुई और उनकी मौत हो गई। परिवार के मुखिया की अज्ञात बीमारी से हुई मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
दुद्धी सीएचसी चिकित्सक डॉ संजीव कुमार ने बताया कि एक महिला डायरिया से संक्रमित अस्पताल में लाई गई है, जिसका इलाज अभी चल रहा है। यह भी बताया कि पिछले 15 दिनों से लगातार वायरल सर्दी, खाँसी, बुखार जैसे मरीजों की संख्या में दो गुना बढ़ोतरी हुई है।
प्राइवेट चिकित्सकों ने बताया कि अगस्त सितंबर के महीनों में ज्यादातर मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। पिछड़े क्षेत्र में मरीज जब ज्यादा गंभीर हो जाते हैं तब अस्पताल की ओर आते हैं। मुख्य रूप सर्दी खांसी बुखार डायरिया जैसे बीमारियां इस समय फैला हुआ है।
स्थानीय समाजसेवीयों ने बताया कि अधीक्षक गुरु प्रसाद मौर्या का ट्रांसफर होने के बाद सरकारी अस्पताल में समस्त प्रशासनिक व्यवस्था फेल हो गई है। मरीजों को सुविधा नही मिलती है। जबकि वर्तमान समय मे मरीजों की अस्पताल में भीड़ लगी हुई है। लोगो ने मुख्य चिकित्साधिकारी का ध्यान आकृष्ट करते हुए तत्काल अधीक्षक का ट्रांसफर निरस्त कर अस्पताल की लुंज-पुंज हो चुकी व्यवस्था को सुदृढ़ करने की मांग की है।