नई दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)- संचालित शिकायत प्रबंधन एप्लिकेशन का शुभारंभ किया जिसको रक्षा मंत्रालय ने आईआईटी-कानपुर की मदद से विकसित किया है। इस अवसर पर कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे। यह शिकायत निवारण में सुधार के लिए विकसित की गई पहली कृत्रिम बुद्धिमता आधारित प्रणाली है। इस पहल के अंतर्गत विकसित एआई टूल में शिकायत में लिखी बातों के आधार पर शिकायत को समझने की क्षमता है। नतीजतन यह दोहराई जाने वाली शिकायतों या स्पैम की पहचान स्वचालित रूप से कर सकता है। शिकायत के अर्थ के आधार पर यह विभिन्न श्रेणियों की शिकायतों को वर्गीकृत कर सकता है, भले ही ऐसी खोज के लिए सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले कीवर्ड शिकायत में मौजूद न हों।
यह एक श्रेणी में शिकायतों के भौगोलिक विश्लेषण की सुविधा प्रदान करता है जिसमें यह विश्लेषण भी शामिल है कि शिकायत का संबंधित कार्यालय द्वारा ठीक प्रकार से निपटारा किया गया या नहीं। आसान उपयोगकर्ता-अनुकूल सर्च करने की सुविधा उपयोग करने वाले को प्रबंधन आवश्यकताओं के आधार पर अपने प्रश्नों/श्रेणियों को तैयार करने और पूछे गए प्रश्न के आधार पर प्रदर्शन का परिणाम प्राप्त करने में सक्षम बनाती है। यह देखते हुए कि प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर लाखों शिकायतें प्राप्त होती हैं, इस एप्लिकेशन का शिकायतों की प्रकृति को समझने में तथा जहां से वह शिकायतें आ रही हैं, उन स्थानों को समझने में बहुत उपयोग होगा तथा उन नीतिगत बदलावों को करने में मदद मिलेगी जो इन शिकायतों को दूर करने हेतु प्रणालीगत सुधार करने के लिए लाए जा सकते हैं । इस अवसर पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने एप्लिकेशन को सुशासन का परिणाम बताया, जो सरकार और शिक्षाविदों के बीच बढ़ते तालमेल को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह पहल सरकार का एक और जन-केंद्रित सुधार है जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर लोगों को सशक्त बनाना है।