नई दिल्ली । राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र/भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी विभाग के नवीनतम रिलीज (सुबह 11:00 बजे आईएसटी) के अनुसार: सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ (उच्चारण अम-पन) पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से पिछले 6 घंटे के दौरान 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर चली है और 19 मई, 2020 की सुबह 0830 बजे दक्षिण पारादीप (ओडिशा) से लगभग 480 किलोमीटर दूर, दीघा (पश्चिम बंगाल) से 630 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिणपश्चिम और खेपुपारा (बांग्लादेश) से 750 किलोमीटर दूर दक्षिण- दक्षिण पश्चिम दिशा में पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के पास 16.0 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 86.8 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास केंद्रित है। इसके 20 मई, 2020 की दोपहर/शाम के दौरान अधिकतम 155-165 से लेकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे की लगातार वायु वेग के साथ उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के उत्तर- उत्तर पूर्व दिशा की और पश्चिम बंगाल- बांग्लादेश के तटीय इलाकों में सुंदरवन के पास दीघा (पश्चिम बंगाल) एवं हटिया प्रायद्वीप (बांग्लादेश) के पास पहुंचने की संभावना है। सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ को अभी लगातार विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) स्थित डॉप्लर वेदर रडार (डीडब्ल्यूआर) से ट्रैक किया जा रहा है।
पूर्वानुमान ट्रैक और तूफान की तीव्रता निम्नलिखित सारणी में दी गई है।
तारीख/समय (आईएसटी) | स्थिति (अक्षांश डिग्री उत्तर/ देशांतर डिग्री पूर्व) | अधिकतम अनवरत सतही वायु वेग (किलोमीटर प्रति घंटा) | चक्रवाती गड़बड़ी की श्रेणी |
19.05.20/0830 | 16.0/86.8 | 215-225 से 245 तक | सुपर चक्रवाती तूफान |
19.05.20/1130 | 16.8/87.0 | 200-210 से 230 तक | अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान |
19.05.20/1730 | 17.4/87.1 | 190-200 से 220 तक | अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान |
19.05.20/2330 | 18.3/87.4 | 180-190 से 210 तक | अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान |
20.05.20/0530 | 19.6/87.8 | 170-180 से 200 तक | अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान |
20.05.20/1730 | 21.7/88.4 | 145-155 से 170 तक | अधिक गंभीर चक्रवाती तूफ़ान |
21.05.20/0530 | 23.8/89.1 | 75-85 से 95 तक | चक्रवात |
21.05.20/1730 | 25.9/89.9 | 40-50 से 60 तक | दबाव |
- भारी बारिश की चेतावनी
ओडिशा
आज सुबह से ही ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश शुरु हो चुकी है। बारिश की तीव्रता के धीरे-धीरे लगातार बढ़ने की संभावना है और यह 19 मई की रात और 20 मई के दोपहर तक अधिकतम हो सकती है। 19 मई, 2020 को ओडिशा के जगतसिंह पुर, केंद्रपाड़ा और भद्रक जिलों में भारी से बहुत भारी और जाजपुर, बालासोर, कटक, मयूरभंज, खोरधा एवं पूरी जिले में भारी बारिश सहित तटीय ओडिशा की अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि 20 मई 2020 को उत्तरी तटीय ओडिशा (जगतसिंह पुर, भद्रक एवं क्योंझरगढ़ जिले) में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में गंगा से लगे तटीय जिलों (पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तरी 24 परगना) में आज 19 मई, 2020 की दोपहर से कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ सकती है और 20 मई को यह अधिकतम हो सकती है। पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों में 20 मई को भारी से बहुत भारी बारिश और पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्रों (पूर्व एवं पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता और इससे सटे जिलों) में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। 21 मई, 2020 को आंतरिक जिलों में जगह-जगह भारी बारिश होने की संभावना है।
उप-हिमालयी पश्चिमी बंगाल एवं सिक्किम:
20 मई, 2020 को मालदा एवं दिनाजपुर जिलों की कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ अधिकांश जगहों और 21 मई, 2020 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
असम एवं मेघालय
21 मई को असम के पश्चिमी जिलों एवं मेघालय में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ हल्की एवं मध्यम बारिश हो सकती है।
(2) तेज हवा की चेतावनी
पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा
- दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में अभी हवा का झोंका 45-55 से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। इसके और तेज होने और आज दोपहर तक इसके उत्तर की ओर बढ़ते हुए उत्तरी ओडिशा के तटीय क्षेत्रों की ओर 55-65 से लेकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने और आज रात तक इसके पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों तक भी पहुंचने का अनुमान है।
- हवा की गति धीरे-धीरे बढ़ेगी और 20 मई की सुबह उत्तरी ओडिशा (जगतसिंह पुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर एवं मयूरभंज जिलों) के तटीय इलाकों में और पश्चिम बंगाल (पूर्व एवं पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता जिलों) के तटीय इलाकों में 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की आंधी के साथ 95 किलोमीटर प्रति घंटे के तेज झोंके की रफ्तार पकड़ लेगी। इसके बाद हवा की गति धीरे-धीरे और तेज होगी और उत्तरी ओडिशा के ऊपर वर्णित जिलों में 100–110 से लेकर 125 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी।
- तूफानी हवा भूस्खलन के दौरान (20 मई की दोपहर से रात तक) पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिलों में 155-165 से लेकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी और कोलकाता, हुगली, हावड़ा एवं पश्चिम मेदिनीपुर जिले में यह 110-120 से लेकर 130 किलोमीटर प्रति घंटे के वेग से चलेगी।
- 20 मई, 2020 के दौरान ओडिशा के पुरी, खोरधा, कटक, जाजपुर जिलों में तूफानी हवा के 55-65 से लेकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा के झोंके से चलने की संभावना है।
गहरा समुद्र क्षेत्र
- पश्चिमी- मध्य बंगाल की खाड़ी में तूफानी हवा की गति अभी 225-235 से 255 किलोमीटर प्रति घंटे की बनी हुई है। इसके 19 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों और इससे जुड़े उत्तरी बंगाल की खाड़ी इलाकों में भी बने रहने का अनुमान है।
- 19 मई दोपहर से तूफानी हवा की गति उत्तरी बंगाल खाड़ी में 180-190 से लेकर 210 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। यह धीरे-धीरे घट कर 20 मई की दोपहर को 165-175 से लेकर 195 किलोमीटर प्रति घंटे तक आ सकती है।
(3) समुद्र की स्थिति
समुद्र की स्थिति अद्भुत रुप से भयावह बनी हुई है और इसके पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाकों में अगले 12 घंटे तक ऐसे ही बने रहने का अनुमान है। इसके 19 मई को मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों और इससे जुड़े उत्तरी बंगाल की खाड़ी के इलाकों और 20 मई को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में ऐसे ही भयावह बने रहने की आशंका है।
(4) मछुआरों को चेतावनी
- मछुआरों को अगले चौबीस घंटों के दौरान दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी- मध्य और इससे सटे मध्य इलाकों और 19 तथा 20 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी एवं उत्तरी बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
- मछुआरों को 20 मई 2020 तक उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल और इससे सटे बांग्लादेश से लगी उत्तरी बंगाल की खाड़ी में भी नहीं जाने की सलाह दी गई है।
(5) समुद्री लहरों का अनुमान
- भूस्खलन के दौरान पश्चिम बंगाल के दक्षिणी एवं उत्तर 24 परगना के निचले इलाकों में 4-5 मीटर ऊंची लहरें और पूर्वी मेदिनीपुर के निचले इलाकों से 3-4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
(6) अनुमानित नुकसान एवं बचाव के लिए सुझाव
(अ) पश्चिम बंगाल (पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता जिले)
अनुमानित नुकसान:
- सभी तरह के कच्चे घरों को भारी नुकसान, पुराने पक्का मकानों को कुछ नुकसान, बहती चीजों से भी खतरे की आशंका
- संचार एवं बिजली के खंभों का बड़ी संख्या में उखड़ना
- कई जगहों पर रेल /सड़क मार्ग का बाधित होना
- खेतों में लगी फसलों, बाग- बगीचे का भारी नुकसान
- पाम एवं नारियल के पेड़ों का हवा के झोंकों से उखड़ना
- आम के पेड़ जैसे बड़े झाड़ीदार पेड़ों का उखड़ना
- लंगर से बंधे बड़े नावों और जहाजों का टूटना।
मछुआरों को चेतावनी और बचने के लिए सुझाए गए उपाय
- 20 मई, 2020 तक मछली पकड़ने का काम पूरी तरह बंद रखना
- रेल और सड़क यातायात को रोक देना
- प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों को घर के अंदर ही रहने की सलाह,निचले इलाकों से लोगों को कहीं सुरक्षित जगह ले जाना
- मोटर बोट एवं छोटे जहाजों से आवाजाही नहीं करने की सलाह
- ओडिशा (जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, जाजपुर, मयूरभंज)
अनुमानित नुकसान
- झोपड़पट्टियों का पूरी तरह सफाया, कच्चे मकानों को भारी नुकसान, बहने वाली चीजों से भी खतरा
- बिजली एवं संचार खंभों का मुड़ जाना/ उखाड़ना
- कच्ची एवं पार्टी सड़कों को भारी नुकसान, रेलवे, ऊपर से गुजरते बिजली के तार, सिग्नल व्यवस्था को मामूली नुकसान
- खेतों में लगी फसलों, बाग-बगीचों को भारी नुकसान
- हरे नारियल का गिरना और पाम पत्रों का टूटना
- आम जैसे झाड़ीदार पेड़ों का गिरना
- लंगर से बंधे छोटे नाव टूट कर बिखर सकते हैं
मछुआरों को चेतावनी एवं बचने के लिए सुझाव
- 20 मई तक मछली पकड़ने का काम पूरी तरह बंद रखना
- रेल एवं सड़क यातायात का रास्ता बदलना या निलंबित रखना
- प्रभावित इलाकों में लोगों को घरों में ही बने रहने की सलाह
- मोटर से संचालित नावों या छोटे जहाजों से आवाजाही नहीं करने की सलाह