लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही विपक्ष पर जमकर हमला बोला।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि पहले उत्तर प्रदेश का मतलब दंगे वाला, देश के विकास में बाधक बनने वाला प्रदेश के रूप में पहचान थी। लेकिन पिछले साढ़े पांच सालों में यूपी ने खुद को विकास के साथ जोड़ा। कोरोना कालखंड इसका उदाहरण है। 40 लाख श्रमिक बाहर से वापस यूपी पहुंचे तो उनकी स्किल मैपिंग की गई। रोजगार से जोड़ा गया।
योगी ने कहा कि बेहतरीन कानून व्यवस्था लागू करके देश को एक नया मॉडल दिया। दो करोड़ से अधिक ग्रामीणों को शौचालय, एक करोड़ से अधिक बिजली कनेक्शन, कोविड काल में 15 करोड़ लोगों को राशन पहुंचाना सरकार की कार्य प्रणाली को प्रदर्शित करता है। डबल इंजन की सरकार ने जीवन और जीविका, दोनों बचाने का कार्य किया। यूपी इज ऑफ डूइंग बिजनेश में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
अनुपूरक बजट पर बोलते हुए कहा कि यूपी जैसे राज्य का 2022-23 का बजट करीब साढ़े छह लाख करोड़ पहुंच गया है। छह लाख 15 हजार करोड़ के बजट के बाद 33 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। जिन राज्यों की आबादी कम है, वे घाटे का बजट पेश करते हैं। यूपी सरप्लस राजस्व वाला प्रदेश है।
देश की अर्थव्यवस्था का इंजन बनेगा उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का इंजन बनेगा। आज यूपी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश है। एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमि वाला प्रदेश बनाने के लिए काम किया जा रहे है। पांच सालों में साढ़े चार लाख करोड़ से अधिक के निवेश आये हैं। फरवरी 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। नेता सदन ने यूपी में निवेश करने वाली कई कंपनियों के नाम भी लिए। एमएसएमई हमारे लिए बहुत बड़ी ताकत बन गया है। आज यूपी से एक लाख 56 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। 2017 में करीब 80 हजार करोड़ निवेश होता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का विजन लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। जनता के मन में सरकार के प्रति विश्वास पैदा हुआ है। हमने बिना भेदभाव के जनता के लिए काम किया है। सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग को मिल रहा है। हर एक व्यक्ति को कामबार बनाने का प्रयास किया गया। यूपी डेटा सेंटर का हब बन रहा है। पहली डिस्प्ले यूनिट चीन से यूपी में आई। यूपी के कोविड प्रबंधन को सभी ने सराहा है।
विपक्ष ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, आधे घंटे के लिए सदन स्थगित
उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्षी सदस्य उपचुनाव में धांधली, बेरोजगारी व भष्टाचार के मुद्दे पर सरकार का विरोध कर रहे थे। सदन में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और मनोज पांडेय में बहस हो गयी।विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के बार-बार कहने के बावजूद विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए और हंगामा करते रहे। इसके बाद सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। आज सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा होनी है।
सदन से फेसबुक लाइव करने पर सपा विधायक अतुल प्रधान पर कार्रवाई
रामपुर चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने वेल में पहुंचकर हंगामा शुरू दिए। इस दौरान सपा के सदस्य अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव शुरू किया। इसकी सूचना विधानसभा अध्यक्ष को मिली। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों को लाइव नहीं करने के लिए आगाह किया और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी। हंगामें के बीच 15 मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया गया और फिर दोबारा से 15 मिनट का स्थगन बढ़ाया गया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने परीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
विधान सभा में विधायक अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव किया। इस पर अध्यक्ष सतीश महाना ने प्रधान को सदन का परित्याग करने के दिये निर्देश। महाना ने कहा कि अब वह पूरे सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इस पर सपा के वरिष्ठ सदस्य लालजी वर्मा और मनोज पांडेय ने पीठ से आग्रह किया कि अतुल प्रधान नए सदस्य हैं। उन्हें नियमों की जानकारी नहीं है। इसलिए उन्हें पूरे सदन से निष्कासन का दंड कम किया जाए।इस पर अध्यक्ष सतीश ने एक दिन के लिए निष्काशन किया। सपा के पुनः आग्रह पर अतुल प्रधान को दोपहर एक बजे तक सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं रहने के दिये निर्देश। इस प्रकार अतुल प्रधान को एक बजे तक सदन की कार्यवाही में शामिल होने से रोक दिया गया। (हि.स.)।