भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है, सभी को मिलकर भ्रष्टाचार खत्म करना है : मोदी
मोदी ने 75 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण पूरा होने पर लोगों को दी बधाई
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है, ऐसे में हमें अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि जहां कर्तव्य सर्वोपरि होता है वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात कार्यक्रम’ में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है। लेकिन उससे मुक्ति के लिए 2047 का इंतजार क्यों ? उन्होंने कहा, ‘‘ ये काम हम सभी देशवासियों को, आज की युवा-पीढ़ी को मिलकर करना है, जल्द से जल्द करना है और इसके लिए बहुत जरुरी है कि हम अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दें। जहां कर्तव्य निभाने का एहसास होता है, कर्तव्य सर्वोपरि होता है, वहाँ भ्रष्टाचार फटक भी नहीं सकता।’’
लद्दाख में दस हज़ार फीट की ऊंचाई पर बनेगा फुटबाल स्टेडियम : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार जल्दी ही लद्दाख को दस हज़ार फीट की ऊंचाई पर अत्याधुनिक फुटबॉल स्टेडियम, एक सिंथेटिक ट्रैक तथा 1000 क्षमता के एक हॉस्टल की सौगात देगी।श्री मोदी ने रविवार को यहां रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में यह घोषणा करते हुए कहा कि लद्दाख के लोगों के लिए उनकी सरकार सारी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वहां के लोगों का कठिन जीवन आसान हो सके।उन्होंने कहा,“आज मैं लद्दाख की एक ऐसी जानकारी साझा करना चाहता हूँ जिसके बारे में जानकर आपको जरुर गर्व होगा। लद्दाख को जल्द ही एक शानदार ओपन सिंथेटिक ट्रैक और एस्ट्रो ट्रफ फुटबाल स्टेडियम की सौगात मिलने वाली है।
यह स्टेडियम दस हज़ार फुट से अधिक की ऊँचाई पर बन रहा है और इसका निर्माण जल्द पूरा होने वाला है। लदाख का यह सबसे बड़ा ओपन स्टेडियम होगा जहाँ 30 हज़ार फुटबाल दर्शक एक साथ बैठ सकेंगे।”उन्होंने कहा,“इस आधुनिक स्टेडियम में आठ लेन का एक सिंथेटिक ट्रैक भी होगा। इसके अलावा यहाँ एक हज़ार बेड वाले, एक हॉस्टल की सुविधा भी होगी। आपको यह जानकर भी अच्छा लगेगा कि इस स्टेडियम को फुटबाल की सबसे बड़ी संस्था फीफा ने भी प्रमाणित किया है। जब स्पोर्ट्स का ऐसा कोई बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होता है तो यह देश के युवाओं के लिए बेहतरीन अवसर लेकर आता है।”प्रधानमंत्री ने कहा कि जहाँ ये व्यवस्था होती है वहाँ भी देश-भर के लोगों का आना-जाना होता है, पर्यटन को बढावा मिलता है और रोज़गार के अनेक अवसर पैदा होते हैं। स्टेडियम का भी लाभ लद्दाख के अनेकों युवाओं को होगा।
मोदी ने 75 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण पूरा होने पर लोगों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश की 75 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड -19 टीके की दोनों डोज दिये जाने की सफलता पर लोगों को बधाई दी।श्री मोदी ने कहा, “सभी वयस्कों में से 75 प्रतिशत लोगों को टीकाकरण पूरा हो गया हैं। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए हमारे नागरिकों को बधाई। ”केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, “उन सभी पर गर्व है जो हमारे टीकाकरण अभियान को सफल बना रहे हैं।”इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट में किया, “75 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी का टीकाकरण हुआ पूरा। सभी के प्रयास से हम कोविड -19 को हरा देंगे।”केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार देश में जारी राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड -19 टीकाकरण 165.70 करोड़ से अधिक हो गया है।
अर्जेंटीना में फहर रहा है वैदिक संस्कृति का परचम : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय संस्कृति के लिए विदेशों में बड़े आकर्षण का ही परिणाम है कि अर्जेंटीना में एक संस्था वैदिक संस्कृति का परचम फहरा रही है।श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी से प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि अमेरिका, कनाडा, दुबई, सिंगापुर, पश्चिमी यूरोप और जापान में भारतीय संस्कृति बहुत लोकप्रिय है और लैटिन अमेरिका, दक्षिण अमेरिका में भी इसको लेकर बड़ा आकर्षण है लेकिन अर्जेंटीना मे जिस तरह से भारतीय संस्कृति का परचम फहराया जा रहा है वह सबसे अनूठा है।उन्होंने कहा,“अर्जेंटीना में हमारी संस्कृति को बहुत पसंद किया जाता है। साल 2018 में, मैंने, अर्जेंटीना की अपनी यात्रा के दौरान योग के कार्यक्रम ‘शांति के लिए योग ‘ में हिस्सा लिया था। वहां की एक संस्था है हस्तिनापुर फाउंडेशन। आपको सुनकर के आश्चर्य होता है न, कहाँ अर्जेंटीना, और वहाँ भी, हस्तिनापुर फाउंडेशन।
यह फाउंडेशन, अर्जेंटीना में भारतीय वैदिक परम्पराओं के प्रसार में जुटा है। इसकी स्थापना 40 साल पहले मैडम प्रोफ़ेसर ऐडा एलब्रेक्ट ने की थी। आज प्रोफ़ेसर ऐडा एलब्रेक्ट 90 वर्ष की होने जा रही हैं।”श्री मोदी ने कहा,“भारत के साथ उनका जुड़ाव कैसे हुआ ये भी बहुत दिलचस्प है। जब वो 18 साल की थी तब पहली बार भारतीय संस्कृति की शक्ति से उनका परिचय हुआ। उन्होंने भारत में काफी समय भी बिताया। भगवद् गीता और उपनिषदों के बारे में गहराई से जाना। आज हस्तिनापुर फाउंडेशन के 40 हज़ार से अधिक सदस्य हैं और अर्जेंटीना एवं अन्य लैटिन अमेरिकी देशों में इसकी करीब 30 शाखाएं हैं। हस्तिनापुर फाउंडेशन ने स्पेनिश भाषा में 100 से अधिक वैदिक और दार्शनिक ग्रन्थ भी प्रकाशित किये हैं। इनका आश्रम भी बहुत मनमोहक है। आश्रम में 12 मंदिरों का निर्माण कराया गया है, जिनमें अनके देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। इन सबके केंद्र में एक ऐसा मंदिर भी है जो अद्वैतवादी ध्यान के लिए बनाया गया है।”