corona : दूसरी लहर पर नियंत्रण संग तीसरी लहर को लेकर यूपी की है तैयारी

दूसरे प्रदेशों के मुकाबले यूपी के हालात बेहतर , सक्रिय केसों की संख्‍या यूपी में 400 से कम

लखनऊ । दूसरे प्रदेशों में बढ़ते मामलों के बीच उत्‍तर प्रदेश में कोरोना के हालात बेहतर हैं। आज प्रदेश में सक्रिय मामलें तेजी से घट रहे हैं वहीं नए केस में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के 18 जनपदों में एक्टिव केस की संख्‍या शून्य रही। जनपद अलीगढ़, बागपत, बांदा, बिजनौर, एटा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, कानपुर देहात, महोबा, मऊ, मुजफ्फनगर, रामपुर, संतकबीरनगर, शाहजहांपुर और उन्नाव में आज कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। 24 घंटों में हुई टेस्टिंग में 61 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि मात्र 14 जनपदों में इकाई अंक में मरीज मिले।

सक्रिय केस हो या फिर टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की बात प्रदेश सरकार द्वारा समय पर लिए गए निर्णयों का ही परिणाम है कि आज सर्वाधिक जनसंख्‍या वाला यूपी दूसरे प्रदेशों से कोरोना पर लगाम लगाने में अव्‍वल है। सक्रिय केसों के मामलों में यूपी के हालात दूसरे राज्‍यों से बेहतर हैं। प्रदेश में जहां सक्रिय केसों की संख्‍या अब 329 हैं वहीं आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी वाले अन्य राज्यों में अब भी संक्रमण पर काबू नहीं पाया जा सका है।

जांच में यूपी अव्‍वल

पिछले 24 घंटों में 02 लाख 32 हजार 28 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 21 नए मरीज मिले। अब तक 07 करोड़ 15 लाख 21 हजार 631 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। अब तक 16 लाख 86 हजार 83 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है वहीं दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी दर्ज की गई।

प्रदेश सरकार अपना रही प्रो-एक्टिव नीति

यूपी में कोरोना की तीसरी लहर को ध्‍यान में रखते हुए प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में योगी सरकार प्रो-एक्टिव नीति अपना रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू और एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

सरकारी मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मे आइसोलेशन और आइसीयू 6,700 बेड स्‍थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश सरकार डॉक्‍टरों और पैरामेडिकल स्‍टॉफ को संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसमें 5,000 से अधिक डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसके तहत 8700 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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