चुनाव आयोग से अपनी शिकायतों का स्पष्ट निराकरण चाहेंगे: कांग्रेस
हरियाणा में मतगणना पर जयराम के आरोपों को चुनाव आयोग ने किया खारिज.कांग्रेस की हार पर केजरीवार ने कहा- अति आत्मविश्वास ठीक नहीं
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने कहा है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी की शिकायतें कार्यकर्ताओं से लगातार मिल रही हैं और उनको लेकर पार्टी ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात कर कहा है कि उन्हें शिकायतों का स्पष्ट निराकरण चाहिए।कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद वहां मौजूद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आयोग के अधिकारियों को सात विधानसभा क्षेत्रों की शिकायतें दस्तावेजों के साथ की गई हैं तथा अगले 48 घंटे में 13 और शिकायतें दर्ज की जाएंगी। ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम मशीनों की बैटरी को लेकर शिकायतें दर्ज की गई हैं।
उन्होंने कहा, “आयोग ने पूरा आश्वासन दिया है कि सभी शिकायतों पर जवाब दिया जाएगा। हमने आयोग को यह भी कहा है कि हम सिर्फ चाय पीने नहीं आये हैं बल्कि हमें हमारी शिकायतों का निराकरण चाहिए। कार्यकर्ताओं की तरफ से जो भी शिकायतें आ रही हैं उनका स्पष्ट समाधान चाहिए।”हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु ने कहा, “गड़बड़ियां हुई हैं। ईवीएम में 99 प्रतिशत बैटरी कैसे चार्ज हुई है। अगर मोबाइल भी रखें तो उसकी बैटरी भी कम होती रहती है और यही सबसे बड़े संदेह का कारण बना हुआ है कि बैटरी कैसे 99 प्रतिशत तक रही। इसके अलावा वीपीपैट की पर्चिंयां नहीं मिलाई गई और इसका आयोग को मिलान करना चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पनी हो सके।
”हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गड़बड़ियां बड़े स्तर पर हुई हैं और शिकायतें बहुत आई हैं, लेकिन दस्तावेजों के साथ हमने सात ही शिकायतें दर्ज की हैं और जल्द ही दूसरे क्षेत्रों से मिलने वाली शिकायतों को आयोग के सामने पेश किया जाएगा।चुनाव आयोग से मिलने गये कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में श्री पवन खेड़ा, अशोक गहलोत, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, केसी वेणुगोपाल, उदय भानु, जयराम रमेश, अजय माकन आदि शामिल थे।
हरियाणा में मतगणना पर जयराम के आरोपों को चुनाव आयोग ने किया खारिज
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी एवं सांसद जयराम रमेश के इस अरोप को मंगलवार को खारिज कर दिया कि आयोग हरियाणा विधान सभा चुनाव की मतगणना के रुझानों को अपनी वेबसाइट पर धीमी गति से जारी कर रहा है।आयोग ने इस संबंध में कांग्रेस नेता की ओर से मिले ज्ञापन को मतगणना के बारे में निराधार,अपुष्ट और दुर्भावनापूर्ण बातों को विश्वसनीयता प्रदान करने की दबी-छुपी चाल बताया है। श्री रमेश ने सोशल मीडिया पर कहा था कि गणना की सूचना धीमे कराकर भारतीय जनता पार्टी राज्य की नौकरशाही पर दबाव डालना चाहती है।
चुनाव आयोग के प्रधान सचिव एसबी जोशी ने श्री रमेश की ओर से आज मतगणना के दौरान मिली लिखित शिकायत पर आयोग की ओर से दिए गए जवाब में कहा, “हरियाणा में सभी निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना में हर पांच मिनट पर लगभग 25 राउंड की गणना की सूचनाएं अद्यतन की जा रही हैं जो इस बात का साक्ष्य है कि मतगणना प्रक्रिया की सूचनाएं तेजी से प्रसार की जा रही हैं।”श्री जोशी ने श्री रमेश को लिखे पत्र में कहा है, “उपरोक्त के मद्देनजर, मुझे यह बताने का निर्देश दिया गया है कि एक गैर-जिम्मेदार, निराधार और अपुष्ट दुर्भावनापूर्ण बातों को विश्वसनीयता प्रदान करने की आपकी घात लगाकर की गयी कोशिश को आयोग दो टूक रूप से अस्वीकार करता है।”
जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने अपना कर्तव्य निभाया, अब हमारी जिम्मेदारी शुरू: उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के संभावित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रदेश में पिछले आठ से 10 वर्षों में लोकतंत्र के लिए चुनौतियों के बावजूद चुनाव में भाग लेने के लिए मतदाताओं को बुधवार को धन्यवाद दिया और कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी शुरू होती है।श्री अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पिछले आठ से 10 सालों से जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया है।” उन्होंने सोच-समझकर और समझदारी से वोट देने के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त किया।नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष ने कहा कि एनसी ने अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ चुनाव में बहुमत हासिल किया है। पार्टी के आने वाले दिनों में औपचारिक रूप से अपना नेता चुनने के लिए अपने निर्वाचित सदस्यों की बैठक बुलाने की संभावना है।उन्होंने बडगाम और गांदरबल दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की है, जिससे उनके अगले मुख्यमंत्री बनने का अनुमान लगाया जा रहा है।
श्री अब्दुल्ला ने स्वीकार किया कि मतदाताओं ने सावधानी से विचार-विमर्श कर मतदान किया, खासकर उन क्षेत्रों में जहां स्वतंत्र उम्मीदवारों और छोटे दलों को मैदान में उतारकर वोटों को विभाजित करने का प्रयास किया गया था।उन्होंने कहा, “जम्मू में पहाड़ी समुदाय के साथ-साथ कश्मीर के मतदाताओं ने साहसपूर्वक इन साजिशों का विरोध किया। चुनाव लड़ने वाले 40 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार स्वतंत्र थे, लेकिन दो या तीन को छोड़कर सभी असफल रहे।”श्री अब्दुल्ला ने कहा, “हमारी जिम्मेदारी अब शुरू होती है। मतदाताओं ने अपना कर्तव्य निभाया है और अब काम करने और खुद को उनके भरोसे के लायक साबित करने की हमारी बारी है।'(वार्ता)
हरियाणा में भाजपा ने लगाई जीत की हैट्रिक
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती मंगलवार को हुई। हरियाणा में भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बना ली है। यह रिकॉर्ड है, क्योंकि यहां अब तक ऐसा नहीं हुआ है। वहीं जम्मू-कश्मीर में इंडी गठबंधन (कांग्रेस+नेशनल कॉन्फ्रेंस) की सरकार बनी है। उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बनेंगे। बता दें, दोनों राज्यों में विधानसभा की 90-90 सीट हैं। सरकार बनाने के लिए 46 सीट पर जीत जरूरी है। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा। दोनों दलों की साख दांव पर रही। हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) कुछ खास असर नहीं डाल पाई है। इसी तरह, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भाजपा दूसरे नंबर पर रही। कांग्रेस सिर्फ 6 सीट जीत पाई। जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम पर इसलिए भी देश-दुनिया की नजर थी, क्योंकि यह आर्टिकल 370 हटने के बाद पहला चुनाव था।
कांग्रेस को 6 तो बीजेपी को मिली 29 सीटें, निर्दलीयों ने झटकी 7 सीटें
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव फाइनल आंकड़े सामने आ गए हैं। यहां पर सबसे बड़ी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस बनी है जिसे 42 सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस को 6 सीटें, जबकि बीजेपी को 29 सीटे मिली हैं। इनके अलावा सीपीआईएम को 1 सीट, पीडीपी को 3, जेपीसी को 1, ‘आप’ को 1 और निर्दलीयों को 7 सीटें मिली हैं।
आपको बता दें कि घाटी में 10 साल बाद एक बार फिर से चुनाव करवाए गए हैं। इस चुनाव में कुल 63.45 फीसदी वोटिंग हुई है। इस बार के चुनाव में सीधा मुकाबला बीजेपी और एनसी-कांग्रेस के बीच हो रहा था। एग्जिट पोल के सामने आने के बाद जम्मू-कश्मीर में राजनीति का गुणा-गणित भी शुरू हो गया था। तमाम दल किसी भी स्थिति में सरकार बनाने के लिए अपने सहयोगियों और खास तौर पर निर्दलीय उम्मीदवारों को साधने में अभी से जुट गए थे। लेकिन यहां पर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को यहां पर स्पष्ट बहुमत मिला है।नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुख अब्बदुल्ला ने एक उमर अब्दुल्ला को बतौर राज्य के मुख्यमंत्री पेश कर दिया है। उमर अब्दुल्ला राज्य के अगले सीएम होंगे।
उमर अब्दुल्ला ने जताया आभार
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के जीत के रुझानों को लेकर उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि मैं बडगाम के मतदाताओं का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे अपने कीमती वोटों से नवाजा, मुझे यहां से कामयाब बनाकर भेजा। JKNC को पिछले 5 साल से खत्म करने की पूरी कोशिश की गई थी। यहां बहुत से ऐसे तंजीमें खड़ी गई जिनका मकसद था नेशनल कॉन्फ्रेंस को खत्म करना। जो हमें खत्म करने के लिए आए थे, मैदान में उनका खुद ही कोई नामों-निशान नहीं रहा। हमारी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने आप को इन वोटों के लायक साबित करें।
नायब सिंह सैनी जीते, नूंह सीट कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्याशी को
हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना पूरी हो चुकी है। हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बन गई है। हरियाणा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई पार्टी लगातार तीन बार सत्ता में रही हो। इस बार भाजपा ने 48 सीटें जीत ली हैं, जो प्रदेश में पार्टी का रिकॉर्ड है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर विजेताओं के नाम भी घोषित हो चुके हैं। नूंह सीट से कांग्रेस के आफताब अहमद ने 46,963 वोट से जीत दर्ज की है। यहां भाजपा प्रत्याशी संजय सिंह 15902 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
पुन्हाना सीट से कांग्रेस के मो. इलियास ने 31,916 मतों जीत हासिल की है। यहां BJP उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे। जींद विधानसभा सीट पर भाजपा के डॉ. कृष्ण लाल ने कांग्रेस के महावीर गुप्ता को 15,860 मतों से हराया। खारखोडा सीट पर भाजपा प्रत्याशी पवन खारखोडा ने कांग्रेस के जयवीर सिंह को 5635 वोट से हराया।लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने कांग्रेस के मेवा सिंह को हराया।कालका में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा (भाजपा) ने कांग्रेस के प्रदीप चौधरी को हराया।
कैथल में रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला ने भाजपा के लीला राम को आठ हजार मतों से हराया है।जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की विनेस फोगाट ने भाजपा के योगेश कुमार को 6015 वोट से हरा दिया है। पंचकूला में हरियाणा विधानसभा के स्पीकर डॉ. ज्ञानचंद गुप्ता चुनाव हारे, पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई चुनाव जीते।अंबाला में कांग्रेस सांसद वरुण मुलाना की पत्नी पूजा चौधरी चुनाव जीतीं.ऐलनाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार भारत सिंह बेनीवाल 14861 वोटो से जीते, अभय सिंह चौटाला हारे.अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला रानियां में चुनाव जीते, अपने दादा रणजीत चौटाला को हराया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा किलोई में चुनाव जीते.आदमपुर से भजनलाल के पोते एवं भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई चुनाव हारे.करनाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के जगमोहन आनंद 90006 वोटों के साथ 33652 मतों से जीते.असंध से भाजपा के योगेंद्र सिंह राणा 54547 वोटों के साथ 2367 मतों से जीते।
कांग्रेस की हार पर केजरीवार ने कहा- अति आत्मविश्वास ठीक नहीं
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों का “सबसे बड़ा सबक” यह है कि चुनावों में कभी भी “अति आत्मविश्वासी” नहीं होना चाहिए। भाजपा हरियाणा में आसान जीत की ओर बढ़ रही है। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों में से 50 सीटों पर आगे चल रही है। कई सीटों पर नतीजे भी आ गए हैं। अरविंद केजरीवाल का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब हरियाणा में भाजपा स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाती दिखाई दे रही है।
केजरीवाल ने आप नगर निगम पार्षदों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देखते हैं हरियाणा में परिणाम क्या आते हैं। इसका सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। हर चुनाव और हर सीट पर चुनाव जीतना कठिन होता है।हरियाणा में कांग्रेस के साथ चुनाव से पहले गठबंधन करने में आप नाकाम रही थी, क्योंकि सीटों की संख्या को लेकर दोनों दलों में मतभेद था। कांग्रेस की ओर से नौ सीटें दिए जाने की मांग ठुकराने के बाद आप ने हरियाणा की कुल 90 सीटों में से 89 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा।
आप उम्मीदवार लगभग सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वियों से पीछे हैं। केजरीवाल ने इससे पहले हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि आप के समर्थन के बिना राज्य में कोई सरकार नहीं बनेगी। उन्होंने पार्टी पार्षदों से अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कड़ी मेहनत करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आपकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हम चुनाव जीतेंगे, बशर्ते आप सुनिश्चित करें कि आपके क्षेत्रों से कूड़े का उचित संग्रह और निपटान हो, जो कि एक बहुत ही बुनियादी बात है।”(वीएनएस)।