शहर के पेयजल एवं सीवर की आने वाली समस्या शीघ्र होगी दूर – कमिश्नर

कमियों को तत्काल दूर करने के उद्देश्य से जायका से द्वारा आईडीपी द्वारा कराया जा रहे सर्वे कार्य- दीपक अग्रवाल

सर्वे कर पूरा डेटाबेस कमांड कंट्रोल सेंटर में होंगे अपलोड

पेयजल, सीवर की होगी कमांड कंट्रोल सेंटर से मानिटरिंग, रखी जाएगी पहली नजर

वाराणसी , जनवरी । शहर के पेयजल एवं सीवर व्यवस्था को दुरुस्त रखे जाने तथा समय-समय पर उसमें आने वाले कमियों को तत्काल दूर करने के उद्देश्य से जायका से द्वारा आईडीपी द्वारा कराए जा रहे सर्वे कार्य में हो रहे विलंब पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए साइन्त सर्वे कंपनी के प्रतिनिधियों को प्रत्येक दशा में निर्धारित समय अवधि में सर्वे कार्य को पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। सर्वे कंपनी के अधिकारियों ने 10 फरवरी तक कार्य पूर्ण कर लिए जाने का कमिश्नर को भरोसा दिया।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में जायका अंतर्गत आईडीपी द्वारा कराए जा रहे सर्वे कार्य की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। जल निगम एवं जलकल विभाग से समुचित समन्वय कर सर्वे कार्य में सीवर, पेयजल आदि के समुचित डेटाबेस सर्वे में शामिल किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि इस सर्वे रिपोर्ट में पेयजल के मेनलाइन, ब्रांच लाइन, डिस्ट्रीब्यूशन लाइन के साथ-साथ वाटर सीवरेज सिस्टम की वृहद सूचना संकलित रहेगा। इस पूरे सर्वे रिपोर्ट को कमांड कंट्रोल सेंटर में अपलोड किया जाएगा। जिससे भविष्य में कमांड कंट्रोल सेंटर में बैठे-बैठे ही पूरे शहर के पेयजल एवं सीवर व्यवस्था पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। जिसका सीधा फायदा जनमानस को मिलेगा। किसी भी स्थान पर पेयजल एवं सीवर के ओवरफ्लो, क्षतिग्रस्त आदि समस्या की जानकारी हो सकेगी। जिससे उसका तत्काल निस्तारण संभव होगा और जनमानस को किसी भी परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। कमिश्नर ने बताया कि जलनिगम एवं जलकल विभाग की जोनवार एवं वार्डवार कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है। ट्रंक एवं ब्रांच लाइन पर प्रेशर व फ्लोमीटर लगाया जाएगा। जिससे पेयजल आपूर्ति सुधरेगी।
बैठक में जलनिगम, जलकल, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई आदि विभागों के अभियंता एवं सर्वे कंपनी के प्रतिनिधि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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