नई दिल्ली । चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने उत्तर भारत एरिया के जीओसी के साथ हिमाचल प्रदेश में सेंट्रल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ सटे अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया। सुमदोह सब सेक्टर में फॉरवर्ड पोस्ट पर सीडीएस को देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में तैनात सैन्य बलों की अभियानगत तैयारियों की जानकारी दी गई। सीडीएस ने दूरदराज के इलाकों में तैनात भारतीय सेना, आईटीबीपी और जीआरईएफ कर्मियों के साथ व्यापक बातचीत की और उनके उच्च मनोबल की सराहना की। उन्होंने सभी रैंकों को उनके द्वारा प्रदर्शित सतर्कता और व्यावसायिकता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद जनरल बिपिन रावत ने चंडीमंदिर में भारतीय सेना की पश्चिमी कमान के मुख्यालय का दौरा किया जहां उन्होंने पश्चिमी सीमा की स्थिति की समीक्षा की।
सीडीएस ने सैन्य बलों का बुद्धिमतापूर्ण इस्तेमाल सुनिश्चित करते हुए इस कार्य के साथ साथ उन्हें चंडीगढ़, पटियाला, फरीदाबाद में कोविड अस्पतालों की स्थापना, सिविल अस्पतालों की सहायता में पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने, आम नागरिकों के टीकाकरण में सहायता करने और महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में विभिन्न स्थानों पर ऑक्सीजन संयंत्रों के संदर्भ में सहायता प्रदान करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने विरोधियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए कड़ी ट्रेनिंग पर ध्यान देने और सतर्क रहने पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी रैंकों को सूचना प्रौद्योगिकी के नवीनतम रुझानों, उभरते साइबर खतरों और जवाबी उपायों के साथ स्वयं को तैयार रखना चाहिए।