वनभूमि पर अवैध कब्जा करने वाले 59 महिलाओं समेत साठ लोग गिरफ्तार
सोनभद्र । दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कादल गांव के पास तिन पहाड़ियों पर अवैध कब्जा करने के मामले में 59 महिलाओं समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।अवैध रूप से कब्जा जमाए अतिक्रमणकारियों के खिलाफ मंगलवार को चलाए गए अभियान में पुलिस वन विभाग की टीम व राजस्व विभाग ने कब्जा मुक्त कराते हुए 59 महिलाओं समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वन विभाग के सूत्रों ने बताया की कादल गांव के झुमरिया नाला के आसपास तीन पहाड़ियों पर करीब पखवाड़े भर से कुछ लोग अवैध रुप से वन विभाग के जमीन पर कब्जा जमाये हुए थे। शिकायत मिलने पर चेतावनी दी गई थी लेकिन अतिक्रमणकारी नहीं हटे। इसके लिए मंगलवार को राजस्व, पुलिस एवं वन महकमे की संयुक्त ऑपरेशन करीब दो घंटा चला। लगभग दो किमी पैदल चलकर मौके पर पहुंची भारी फ़ोर्स ने जंगल में चारों तरफ लगे लाल झंडे को उतारने के साथ वहां निर्मित डेढ़ दर्जन से अधिक छोटी बड़ी झोपड़ियों को तहस नहस कर उसके मलवे को अपने साथ ले आये।
इसके साथ ही मौके पर मिली 59 महिलाओं के साथ कुल साठ लोगों को जंगल को क्षति पहुंचा कर अवैध कब्जा करने के आरोप में हिरासत में लेकर संयुक्त टीम मुख्यालय लौट आई। यहाँ विधिक कारवाई की औपचारिकता पूरी की जा रही है। इस कारवाई से समूचे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही आदिवासी वोट बैंक की राजनीति से जुड़े दलों में भी हलचल तेज हो गई है।
पुलिस ने बताया की कुछ दिनों से दुद्धी क्षेत्र के कादल गांव के समीप जंगल में लगे सैकड़ो पेड़ काटकर अखिल भारतीय वन-जन श्रमजीवी यूनियन का आई कार्ड धारण किये लोगों ने दो दर्जन से अधिक झोपड़ी लगाने के साथ तीन पहाड़ियों के चारों ओर लाल झंडा गाड़कर कब्जा जमा लिया था। इसकी भनक सोमवार को सार्वजनिक होते ही प्रशासनिक खेमे में हड़कंप मच गया।
मंगलवार को उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र मिश्रा ने आपात बैठक कर वन भूमि खाली कराने का मन्सौदा तैयार किया। इसके लिए प्रभागीय वनाधिकारी मनमोहन मिश्रा, तहसीलदार बृजेश कुमार वर्मा व कोतवाल राघवेन्द्र सिंह भारी संख्या में पुलिस, पीएसी एवं महिला कास्टेबिल के साथ करीब ढाई किमी पैदल यात्रा कर झुमरिया नाला के पहाड़ियों पर पहुंचे।
संयुक्त टीम को पहाड़ी की ओर आते देख अतिक्रमणकारी पुरुष मौके से घने जंगल का सहारा लेते हुए ऊंचे पहाड़ियों की ओर भाग निकले, जबकि लाठी डंडे से लैस एकत्र हुई महिलाएं मोर्चा पर डटी रहीं। वनकर्मियों की टीम जंगल में गाड़े गये लाल झंडे एवं झोपड़ियों को नष्ट करने में जुट गये, तो वही दूसरी ओर प्रभागीय वनाधिकारी, तहसीलदार एवं कोतवाल अतिक्रमणकारी महिलाओं से वार्ता कर उन्हें कानून व्यवस्था का हवाला देकर समझाने में लगे हुए थे।
इस दौरान उसमंे शामिल कुछ महिलाओं ने संयुक्त टीम की कारवाई को ही अवैध बताते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाने लगी। बहरहाल प्रशासनिक अधिकारी उनके ऐसे रुख का पहले ही काट रखते हुए पहाड़ी पर चढ़ने के साथ शुरू किये ऑपरेशन का पूरा वीडियो बनाने में लगे हुए थे। अपने ही बातों में उलझी महिलाओं को प्रशासन ने पहले घर जाने की नसीहत दी, किन्तु वे जब इस पर राजी नहीं हुई, तो मौके पर मिली 59 महिलाओं व एक पुरुष अतिक्रमणकारी को हिरासत में लेकर संयुक्त टीम वापस तहसील मुख्यालय लौट आई।(हि.स.)