नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों ने आम आदमी पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। रविवार को ही 24 घंटे के दौरान कोरोना के 10,774 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना केस 7,25,197 पहुंच गए हैं। हालात के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार दोपहर अहम बैठक बुलाई है। इसमें स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अलावा स्वास्थ्य के अधिकारी भी शामिल होंगे। इसमें कोरोना को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
वहीं, राजधानी दिल्ली में बढ़े संक्रमण के बीच विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की यह लहर अभी और कहर ढा सकती है। प्रतिदिन मिलने वाले मरीजों की संख्या 15 हजार तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में दिल्ली सरकार की नींद उड़ी हुई। यही वजह है कि दिल्ली सरकार न सिर्फ छोटे अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज की अनुमति दी है, बल्कि बेड की संख्या 18 से 20 हजार तक ले जाने की कवायद भी शुरू कर दी है।
मुख्य सचिव के स्तर पर कुछ दिन पहले हुई बैठक में तय हुआ है कि होम आइसोलेशन के लिए व्यवस्थाएं बेहतर की जाएं। पूर्व के अनुभवों को देखते हुए पिछली बार रह गई कमियों को दूर किया जाए। होम आइसोलेशन वाले मरीजों से इस बार फोन पर प्रतिदिन जानकारी ली जाए और उनकी सुविधाएं बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। गत दो मार्च को दिल्ली में 777 कोरोना के मरीज होम आइसोलेशन में थे। 11 अप्रैल को यह संख्या 17 हजार 93 पहुंच गई।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं। रविवार को दिल्ली में 10732 मरीज मिले हैं। संक्रमण की गति को देखते हुए विशेष मान रहे हैं कि अभी मामले और अधिक तेजी से बढ सकते हैं।