मुख्य अभियन्ता लेवल (वन) ने कनहर परियोजना का लिया जायजा
निर्माण की धीमी गति व अनुबंध के अनुसार काम न करने पर लगाई फटकार
दुद्धी, सोनभद्र- सिंचाई महकमे के प्रयागराज जोन के मुख्य अभियंता(प्रथम) जीवन राम यादव शुक्रवार को कनहर सिंचाई परियोजना के मुख्य अभियन्ता हर प्रसाद के साथ अमवार पहुंचे| वहां बीते कई वर्षों से निर्माणाधीन कनहर सिंचाई परियोजना के सुस्त प्रगति को लेकर नाराजगी व्यक्त की|
अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि कार्यदायी संस्था द्वारा स्लैब की डिजाइन बदलने के लिए काम नहीं किया जा रहा है| इस पर उन्होंने कार्यदायी संस्था के एजीएम एवं प्रोजेक्ट मैनेजर को सरल शब्दों में फटकार लगाते हुए कहा कि जिस डिजाइन में अनुबंध किया है,उसी के अनुसार उन्हें स्लैब ढालना होगा|
उसमे कोई रद्दो बदल नही की जायेगी| इसको लेकर कोई बहाना नहीं चलेगा| अनुबंध के अनुसार ही कार्य करना होगा| मुख्य अभियंता को सख्त हिदायत दिया कि यदि वे एक सप्ताह भर के अंदर कार्य शुरू नही करते है,तो इनके खिलाफ विभागीय कारवाई शुरू करे| इस पर जीएम ने कार्य शुरू करने की मौन सहमती दिया| इसके पूर्व पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार परियोजना के प्रति पूरी तरह से गंभीर है|
कुछ तकनीकी कारणों से थोड़ी बहुत समस्याएं उत्पन्न हुई है| परियोजना के लिए धन की कमी नही है| हम जून 2022 के पूर्व मुख्य बाँध का कार्य पूर्ण करने के लिए पूरी ताकत लगाने का मातहतों को निर्देश दिया है| परियोजना के रुके पड़े कार्यों में तेजी आने समय में दिखने लगेगी |
अब इसमें किसी प्रकार की लापरवाही एवं सुस्ती को बर्दाश्त नही किया जाएगा| इसके लिए शासन स्तर पर भी निगरानी शुरू हो चुकी है| इस मौके पर अधीक्षण अभियंता सीमांत अग्रवाल,अधिशासी अभियंता विनोद कुमार,एसपी चौधरी,राम गोपाल,राम आशीष के साथ ही कार्यदायी संस्था के वर्मा साहब, राव साहब,सत्यनारायन राजू समेत तमाम लोग उपस्थित रहे|
विस्थापितों ने भी रखी अपनी बात
कनहर डूब क्षेत्र के सुन्दरी गांव से आये विस्थापितों ने मुख्य अभियंता से मिलकर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया| बताया कि डूब क्षेत्र से विस्थापित कालोनी में आबाद होने वाले वर्ग विशेष के लोगों के लिए कब्रिस्तान,मदरसे एवं कालोनी में समुदाय विशेष के लिए भूमि आवंटित करने संबंधी बातो को प्रमुखता से रखा| इस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि इसके लिए शीघ्र वे एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे| जो उनकी समस्याओं को न सिर्फ सुनेगा,बल्कि प्रशासनिक अधिकारीयों से मिलकर उन समस्याओं का प्रमुखता से निस्तारण कराएगा|