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चंपई सोरेन बने झारखंड के सीएम, 10 दिन में साबित करना होगा बहुमत

रांची । झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली। चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोनीत किया था।इससे पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन से मुलाकात की। इसके बाद चंपई ने कहा कि गुरुजी हमारे आदर्श हैं, शपथ लेने से पहले हम गुरुजी और माताजी (रूपी सोरेन) से आशीर्वाद लेने आए थे। मैं झारखंड आंदोलन से जुड़ा था और मैं उनका शिष्य हूं।

श्री सोरेन के अलावा केवल दो विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल झामुमो गठबंधन दल में शामिल हैं। दोनों दलों के एक-एक विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।राजभवन में इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ मांझी, झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाब अहमद मीर, पूर्व सांसद सरफराज अहमद,राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह समेत राज्य सरकार के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मौजूद थे।मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह राज्य के मूलवासी और आदिवासी के कल्याण के लिए कार्य करते रहेंगे।श्री सोरेन राज्य के 12वें मुख्यमंत्री बने हैं। राज्य में रघुवर दास को छोड़कर कोई मुख्यमंत्री अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया । वैसे अलग-अलग अवधियों को जोड़कर सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अर्जुन मुंडा के नाम दर्ज है।

हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद बदले समीकरण
झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था।

बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है। इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था कि हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता।

भाजपा हुई हमलावर
इस बीच भाजपा ने मामले में सवाल उठाए हैं। झारखंड भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि दो दिनों से झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल और केंद्रीय नेताओं के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। कल जब पहला लेटर दिया गया तो उसमें भी तकनीकि त्रुटियां थीं। हम यही उम्मीद करते हैं कि झारखंड में जो हेमंत सोरेन का 4 वर्षों का काला अध्याय रहा है वो दोहराया न जाए। एक बात स्पष्ट है कि चंपई सोरेन भले ही मुख्यमंत्री बन गए हों लेकिन सत्ता के तार सोरेन परिवार के पास ही होंगे।(वीएनएस)

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