केंद्र ने 8 आदिवासी समूहों के साथ त्रिपक्षीय शांति समझौते पर किए हस्ताक्षर
नई दिल्ली । केंद्र और असम सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में राज्य के आठ आदिवासी विद्रोही समूहों के साथ त्रिपक्षीय शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। असम सरकार की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि यह असम और पूर्वोत्तर के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस क्षेत्र को शांत और विकसित बनाने के लिए नरेन्द्र मोदी की सरकार ने कई प्रकार के कार्यक्रम हाथ में लिये थे। इसमें आज एक बड़ा मील का पत्थर हम पार करके आगे बढ़ रहे हैं। शाह ने कहा कि असम के करीब 1100 लोग आज हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। आज पूर्वोत्तर राज्यों के लगभग 65 प्रतिशत सीमा विवाद हल हो चुके हैं और जो कुछ बचे हैं वह भी हल करने की दिशा में अग्रसर हैं। आज 8 जनजातीय समूह के जो लोग मुख्यधारा में आये हैं हम उनका स्वागत करते हैं।
शाह ने कहा कि 2024 से पहले सारे सशस्त्र युवकों को हथियार छोड़कर मुख्यधारा में जोड़ने की कोशिश हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि असम और पूर्वोत्तर नशीले पदार्थों से मुक्त, आतंकवाद मुक्त, विवाद मुक्त और पूरी तरह विकसित हो। मोदी सरकार इस दिशा में काम कर रही है।मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने विश्वास व्यक्त किया कि इस समझौते पर हस्ताक्षर के साथ, असम में शांति और सद्भाव के युग की शुरूआत होगी।(हि.स.)