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रेलवे भ्रष्टाचार मामला : दिल्ली की होटल से सीबीआई को मिले दो करोड़, अब तक साढे चार करोड़ बरामद

नई दिल्ली । पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान गिरफ्तारी मामले में सीबीआई ने दिल्ली के एक होटल से दो करोड़ रुपए की और नकदी बरामद की है। अब तक इस मामले में लगभग साढे चार करोड़ रुपए की नकदी, सोने-चांदी के जेवरात और प्रॉपर्टी दस्तावेज बरामद हो चुके हैं। सीबीआई इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें देहरादून से 2 लोग ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाए जा चुके हैं जबकि तीन अन्य लोगों को दिल्ली लाया जा रहा है।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक, सीबीआई ने इस मामले में राजधानी दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित एक परिसर पर छापेमारी की थी। यह परिसर इस मामले में आरोपी कंपनी का बताया जाता है। छापेमारी के दौरान सीबीआई को वहां ऐसे निशान मिले जिन से पता लगता था कि उक्त कार्यालय परिसर से सामान उठाकर ले जाया गया रहा होगा। सीबीआई ने सूचना के आधार पर ग्रेटर कैलाश स्थित एक होटल में छापेमारी की जहां एक सेफ में से आरोपियों की लगभग दो करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद हुई। सीबीआई प्रवक्ता जोशी के मुताबिक, इस मामले में अब तक चार करोड़ 43 लाख की नगदी बरामद हो चुकी है।

इस मामले में सीबीआई ने नॉर्थ ईस्ट रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान समेत रेलवे के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई के मुताबिक, मामले की शुरुआत उत्तराखंड के देहरादून से हुई जहां महेंद्र सिंह चौहान के घर पर आरोपी कंपनी का एक कर्मचारी एक करोड़ रुपए की रिश्वत देने पहुंचा था। आरोप है कि महेंद्र सिंह चौहान के घर पर उसका रिश्तेदार इंदिरा सिंह भी मौजूद था। सीबीआई ने सूचना के आधार पर दोनों को हिरासत में ले लिया था और एक करोड़ रुपए की नकदी भी बरामद कर ली थी। इसके बाद की गई छापेमारी में सीबीआई को देहरादून से ही ₹60 लाख बरामद हुए थे। इसके अलावा महेंद्र सिंह चौहान के रेलवे कार्यालय तथा घर से 54 लाख की रकम बरामद हुई थी। सीबीआई ने इस मामले में आरोपी रेलवे के प्रमुख अभियंता हेमचंद और सहायक अधीक्षण अभियंता वर्मा के घरों पर छापेमारी की तो वहां से लगभग ₹25 लाख की नकदी बरामद हुई थी।

सीबीआई ने इस मामले में निजी कंपनी के कर्मचारी समेत महेंद्र सिंह चौहान के रिश्तेदार और रेलवे के तीनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, इनमें से 2 लोगों को देहरादून से ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जा चुका है। जबकि अन्य 3 लोगों को रिमांड पर लेकर दिल्ली लाने की तैयारी की जा रही है। सीबीआई को इस मामले में सूचना मिली थी कि रेलवे के कुछ अधिकारी कर्मचारी मिलकर कुछ कंपनियों को तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर ठेके दे रहे हैं। साथ ही कंपनियों के फर्जी बिल भी पास किए जा रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर सीबीआई की आरंभिक कार्रवाई शुरू हुई थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान भ्रष्टाचार संबंधी अनेक खुलासे हो सकते हैं। साथ ही सीबीआई इस मामले में शामिल कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार कर सकती है। मामले की जांच जारी है।

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