नई दिल्ली । 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह का भी निधन हो गया। भारतीय वायुसेना ने इसकी जानकारी दी है। हादसे के बाद बुरी तरह घायल कैप्टन सिंह जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। ज्ञातव्य है कि इस हेलीकॉप्टर हादसे में बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का निधन हो गया था। हादसे में सिर्फ वरुण सिंह ही अकेले बचे थे, पर बुधवार को वे जिंदगी की जंग को हार गए।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा- ‘यह जानकर दुख हुआ कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने जीवन के लिए एक बहादुर लड़ाई लड़ने के बाद अंतिम सांस ली। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में बुरी तरह घायल होने के बावजूद उन्होंने वीरता और अदम्य साहस का परिचय दिया। राष्ट्र उनका आभारी है। उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
प्रधनमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा- ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, वीरता और अत्यधिक व्यावसायिकता के साथ देश की सेवा की। उनके निधन से बेहद आहत हूं। राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। शांति।’
आईएएफ ने ट्वीट कर कहा, भारतीय एयरफोर्स को यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि ग्रुप कैप्टन का इलाज के दौरान आज निधन हो गया। वे 8 दिसंबर 2021 को हुए हादसे में अकेले जिंदा बचे थे। एयरफोर्स अफसर उनके निधन पर संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। उनका इलाज वेलिंग्टन के अस्पताल में चल रहा था। बेंगलुरु और पुणे के डॉक्टर इनका इलाज कर रहे थे। वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं।