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निजी यात्री बस के पुल के नीचे गिरने से 24 मृत, 39 घायल

मोदी का खरगोन हादसे के मृतकों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख की सहायता का ऐलान

खरगोन : मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के ऊन थाना क्षेत्र में आज एक निजी यात्री बस रेलिंग तोड़कर बोराड़ नदी में गिर जाने की बड़ी दुर्घटना के चलते अब तक तीन बच्चों समेत 24 यात्रियों की मृत्यु हो गई है, और 39 यात्री घायल हुए हैं।कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि ऊन थाना क्षेत्र के डोंगरगांव के समीप बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर निजी यात्री बस नीचे गिर गई जिसके चलते मौके पर ही 15 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी। करीब 50 घायलों को जिला अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने तीन अन्य को मृत घोषित किया। उपचार के दौरान 6 अन्य ने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन बच्चे और 9 महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घायलों में से 11 को इंदौर रेफर किया गया है।

जिला कलेक्टर ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये गंभीर घायलों को 50,000 रुपये तथा साधारण घायलों को 25,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि खरगोन और इंदौर में घायलों का सम्पूर्ण उपचार कराया जाएगा।घटना के बाद हेलीकॉप्टर से खरगोन पहुंचे प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने कहा कि 35 सीटर बस में करीब 70 यात्री सवार थे। उन्होंने कहा कि घटना के प्रति सरकार गंभीर है और आरटीओ बरखा गौड़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने जिला अस्पताल में भर्ती घायल यात्रियों से चर्चा के आधार पर बताया कि बस की गति काफी तेज थी।

उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि जिले की समस्त यात्री बसों की फिटनेस तथा अन्य दस्तावेजों की तत्काल जांच की जाए। उन्होंने खरगोन विधायक रवि जोशी के आरोपों पर कहा कि यदि पुल बनाने में कोई तकनीकी खामी रही होगी जांच के उपरांत दोषियों पर कार्रवाई होगी।खरगोन के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) राकेश मोहन शुक्ला ने बताया कि जिला मुख्यालय से 34 किलोमीटर दूर हुई इस दुर्घटना में प्रारंभिक कारण वाहन चालक सुनील राठौर को झपकी लग जाना सामने आया है। हालांकि उन्होंने कहा कि कोई तकनीकी कारण भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि वाहन चालक गंभीर रूप से घायल है जबकि बस कंडक्टर संतोष बारचे की मृत्यु हो गई है।

उन्होंने बताया कि करीब 9:00 बजे हुई घटना के उपरांत डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने बस का कांच तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। उन्होंने पुलिस के मौके पर पहुंचने के पूर्व ही अपने संसाधनों की मदद से बस को सीधा खड़ा कर दिया। इसके बाद उन्होंने निजी वाहनों से घायलों को स्थानीय अस्पताल भी पहुंचाया। सिंह ने बताया कि निजी यात्री बस खरगोन जिले के बेजापुर से इंदौर के लिए सुबह 6:30 बजे निकली थी।उन्होंने बताया कि 2 वर्ष का एक बालक जिसका एक हाथ पूर्व से टूटा हुआ था, पूरी तरह सकुशल रहा। हालांकि उसके माता-पिता घटना में घायल हुए हैं। वे उसका हाथ दिखाने इंदौर ले जा रहे थे।इंदौर से घटनास्थल पहुंचे आईजी ग्रामीण जोन राकेश गुप्ता ने बताया कि घायल बस चालक बार-बार अपने बयान बदल रहा है। विभिन्न तकनीकी और पुलिस विवेचना के आधार पर घटना का स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।

लोनारा की सीमा वास्कले ने बताया कि उनके देवर की शादी में आये एक दर्जन से अधिक रिश्तेदार भी इसी बस से बड़वानी जिले के ठीकरी थाना क्षेत्र के घटवा जाने के लिए निकले थे। उन्होंने बताया कि घटना में उनके रिश्तेदारों मंगती बाई, आंचल,पिंकी मलु बाई और लक्ष्मी बाई की मृत्यु हो गई जबकि शेष घायल है।लोनारा के कैलाश पाटीदार ने बताया कि वह आज अपने पुत्र को इंदौर जाने हेतु बस में छोड़ने आए थे लेकिन किसी कारणवश उन्होंने इरादा बदल दिया। उन्होंने बताया कि लोनारा में ही बस का स्टीयरिंग टाइट था और बस चालक ने इसे वहां सुधारने की कोशिश भी की थी। वहीं के एक दुकानदार जगदीश ने भी बताया कि स्टीयरिंग में टेक्निकल दिक्कत थी लेकिन इसके बावजूद वह बस को गंतव्य के लिए ले गया।

खरगोन के विधायक रवि जोशी ने आरोप लगाया है कि क्षमता से अधिक यात्री सवार थे और इस प्रवृत्ति पर सम्बंधित विभागों द्वारा अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सड़कों को भी ढंग से नहीं बनाया गया है जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती है।घटना के ठीक बाद पहुंचे ग्रामीण गिरधारी मंडलोई ने बताया कि बस के कंडक्टर संतोष बारचे का शव बस से थोड़ी दूर पड़ा मिला इससे यह प्रतीत होता है कि उसने बस के 40 फीट ऊंचे पुल के नीचे गिरने के पूर्व कूदने की कोशिश की थी लेकिन वह सिर के बल सूखी नदी में गिर गया और उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि गिरने के पूर्व बस कुछ देर के लिए लटकी भी थी।घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ,कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ आदि ने शोक व्यक्त किया है।

मोदी का खरगोन हादसे के मृतकों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख की सहायता का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के खरगोन में आज सुबह हुए सड़क हादसे पर दु:ख जताते हुए मृतकों के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट के अनुसार श्री मोदी ने कहा कि खरगोन में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुखद है।

इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं। इसके साथ ही सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हरसंभव मदद में जुटा है।उन्होंने कहा कि बस हादसे के हर मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही घायलों को 50 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।(वार्ता)

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