दोनों हाथ उलीच के , बांटे धन और धान , अन्नपूर्णा दरबार सजी झांकी नयनाभिराम
अन्नपूर्णा मंदिर में स्वर्ण प्रतिमा के दर्शन और धन-धान पाकर भक्त हुए निहाल
वाराणसी के ऐतिहासिक लक्खा मेला की भीड़ में मंगलवार को एक और कड़ी जुड़ती नजर आई हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माता अन्नपूर्णा के मंदिर में दोनों हाथों से भक्तों को लावा और खजाने का प्रसाद वितरित किया गया साथ ही स्वर्णमई प्रतिमा के दर्शन भी भक्तों ने नयनाभिराम झांकी के साथ किया। देर रात से ही लाइन में लगे भक्तों की श्रद्धा और सहन शक्ति ने एक अच्छी मिसाल कायम की न किसी को कष्ट देना और ना किसी को कुछ बोलना सिर्फ मन में माता के दर्शन की इच्छा लिए हर भक्त अपनी बारी का इंतजार कर रहा था ।
सूर्य की किरण फूटतेही घंटे घड़ियाल बजे और महंत शंकरपुरी ने वैदिक मंत्रों के साथ माता का अभिषेक शुरू किया साथ ही साविधी पूजन करने के साथ मंगला आरती संपन्न हुई। इसके तुरंत बाद आम लोगों के दर्शन के लिए माता अन्नपूर्णा के दरबार के द्वार खोल दिए गए ।लाखों लोगों ने माता के दर्शन किए जहां स्वयं भू देवी माता अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी के सोने की प्रतिमा मौजूद थी वही दरबार के आगे काशी नगरी के मालिक बाबा भोलेनाथ भिक्षा मांगते हुए विराजमान रहे।
इस पूरी झांकी का दृश्य देखकर हर भक्त भावविभोर होता रहा साथ ही धन और धान का प्रसाद पाने के बाद अपने आप को धन्य समझता रहा। साल में एक बार इस दरबार का दर्शन करने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस बार प्रशासन की ओर से पूरी दुरुस्त व्यवस्था रही और किसी भी भक्तों को कोई कष्ट नहीं हुआ कतार बंध होकर हर भक्तों ने बारी-बारी से दर्शन किया और खजाना भी पाया। खबर दिए जाने तक दर्शनार्थियों की संख्या लाख के करीब पहुंच चुकी थी।