वाराणसी। रेलवे विभाग में ईएसएम पर कार्यरत राजीव रंजन पटेल उसकी पत्नी और बच्चे कमरे में संदिग्ध हालात में मृत पाये गये। कमरे में एक साथ तीन मौत की सूचना पर रेलवे कॉलोनी में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी तब हुई जब राजीव रंजन का हेल्पर आईपी रूप की चाभी लेने के लिए उनके आवास पर पहुंचा। मौके पर एडिशनल सीपी अपराध एंव मुख्यालय संतोष कुमार सिंह समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच मामले की जांच पड़ताल की। साक्ष्य संकलन के लिए फॉरेसिंक टीम को बुलाया गया। पुलिस की माने तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
जानकारी के अनुसार राजीव काशी रेलवे स्टेशन पर सिग्नल विभाग में तैनात थे और रेलवे स्टेशन कॉलोनी का 29-डी कमरा एलॉट था जिसमें पत्नी और ढाई साल के बच्चे के साथ रहते थे। रविवार को ड्यूटी पर नहीं पहुंचने पर हेल्पर संतोष कुमार साहनी उसनके आवास पर आईपी रूम की चाभी लेने पहुंचा। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद दरवाजा खटखटाया तो वह खुल गया। अंदर जाकर देखा तो मच्छरदानी के अंदर बेड पर राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी और बेटा बेसुध है और मुंह से झांग निकल रहा है। हेल्पर ने घटना की सूचना पड़ोसियों को दी। पड़ोसियों ने सूचना आदमपुर थाने की पुलिस को दी। आदमपुर इंस्पेक्टर अजीत वर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
पुलिस ने अब तक की जांच में पाया है कि घर से कोई सामान गायब नहीं है। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। कमरे में अंगीठी भी जल रही थी। ऐसे में यह हो सकता है कि या तो परिवार ने जहर खाकर जान दी हो। या फिर, अंगीठी जलने की वजह से दम घुट गया हो। फिलहाल फील्ड यूनिट की जांच जारी है। पड़ोसियों ने बताया कि राजीव मूल रूप से बिहार के नालंदा के रहने वाले थे। वह चार बहनों के इकलौते भाई थे। उनकी सभी बहनों की शादी हो चुकी है।