यूथ ब्रिगेड के रक्तवीर ने रक्तदान कर पेश की मानवता की मिसाल
भलुअनी (देवरिया) । आज कोरोना वायरस के डर से जहाँ लोग घरों से नही निकलना चाहते, वहीं एक वृद्धा की जान बचाने के लिये स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी “यूथ ब्रिगेड” के रक्तवीर युवा सदस्य सूरज मद्धेशिया ने 15 जुलाई को मेडिकल कालेज गोरखपुर में जाकर रक्तदान कर मानवता का सन्देश दिया है । भलुअनी क्षेत्र के करमटार गंगा निवासी एक वृद्ध महिला को रक्त की आवश्यकता की जानकारी पाकर सूरज मद्धेशिया रक्तदान को निकल पड़े । सूरज मद्धेशिया ने दूसरी बार रक्तदान किया है, पहली बार इन्होंने वाराणसी जाकर ब्लड कैंसर पीड़ित एक मासूम के लिये रक्तदान किया था । “यूथ ब्रिगेड” द्वारा यह 42 वां रक्तदान किया गया है । सूरज मद्धेशिया ने रक्तदान करते हुये कहा कि हर 18 वर्ष से 65 वर्ष तक क़ी उम्र के इंसान को रक्तदान करना चाहिये, शहरों में युवतियां व महिलाएं भी रक्तदान करती हैं ग्रामीण क्षेत्रों में भी युवतियों व महिलाओं को रक्तदान के लिये आगे आना चाहिये । रक्तदान से बड़ा कोई दान नही है क्यूंकि रक्तदान से किसी की जान बचायी जाती है । रक्तदान करने से किसी भी तरह की दिक्कत व नुकसान नही होती है बल्कि अनगिनत फायदे होते हैं । रक्तदान के समय होने वाली जांच से हमें बीमारियों के बारे में पता चलता है व महंगे दरों पर होने वाली यह जांच रक्तदान के वक्त मुफ्त में होती है । आज गलतफहमी और डर की वजह से अधिकांश लोग अपनों को खून नही देना चाहते जबकि ऐसा कुछ भी नही है । लोंगों को निडर होकर जरूरत पड़ने पर अपनों के लिये तो जरूर रक्तदान करना चाहिये । कुछ समय पहले तक “यूथ ब्रिगेड” के हम सदस्य जानकारी मिलने पर रक्तदान के लिये निकल पड़ते थे पर अब जानकारी होने पर पहले मरीज के घर के सदस्यों व सगे सम्बन्धियों को रक्तदान के लिये प्रेरित किया जाता है उसके बाद भी आवश्यकता होती है तो हम सभी द्वारा रक्तदान किया जाता है । स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी “यूथ ब्रिगेड” का यह प्रयास है की अधिक से अधिक लोग रक्तदान करें, जिसके लिये लोंगों को जागरूक भी किया जा रहा है । सूरज मद्धेशिया ने कहा कि हम सभी का लक्ष्य रक्तदान का रिकॉर्ड बनाना नही बल्कि हर किसी को रक्तवीर बनाने का है ।