पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 250 करोड़ रुपये का 12 सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10 सीटर हेलीकाॅप्टर खरीदने का सरकार का फैसला बिहार जैसे गरीब राज्य की जनता के पैसे का खुला दुरुपयोग है तथा इसका जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं।
श्री मोदी ने बुधवार को यहां बयान जारी कर कहा कि श्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए देश भर में दौरा करने और प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा करने के लिए बिहार के खजाने पर 350 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ डालने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब श्री नीतीश कुमार ने अपने 15 साल के शासनकाल में अब तक कोई विमान-हेलीकप्टर नहीं खरीदा, तब क्या वे अपने उत्तराधिकारी के लिए यह खरीद करवाना चाहते हैं।भाजपा नेता ने कहा कि जो जेट विमान खरीदा जाने वाला है, उसे बिहार के केवल चार हवाईअड्डों के रनवे पर उतारा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकारें नया विमान या हेलीकाॅप्टर खरीदने के बजाय इसे किराये पर लेना किफायती समझती हैं। विमान खरीदने पर पायलट, इंजीनियर की नियुक्ति से लेकर इसके रख-रखाव पर भारी खर्च करना पड़ता है।श्री मोदी ने कहा कि बिहार सरकार भी पांच साल से किराये पर ही हेलीकाॅप्टर ले रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में राज्यपाल बूटा सिंह के समय 14.5 करोड़ रुपये में किंग एयर का जो छह सीटर विमान खरीदा गया था, वह अब भी उड़ान के योग्य (ऑपरेशनल) है।
भाजपा सांसद ने कहा कि वर्ष 1989 में सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की सरकार ने सात करोड़ रुपये की लागत से दो हेलीकाॅप्टर खरीदे थे। इनमें एक हेलीकाॅप्टर का इंजन बदल कर उड़ान के लायक बनाया जा सकता है। इस पर मात्र 2.5 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है, लेकिन सरकार विमान-हेलीकाॅप्टर खरीदने के लिए 350 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करना चाहती है।(वार्ता)