वाराणसी, जनवरी । उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने गंगा के किनारे कि गांवों में पर्यटन सुविधा मुहैया कराए जाने हेतु “भागीरथ सर्किट” बनाए जाने का निर्देश दिया हैं। उन्होंने इसके लिए “स्वदेश दर्शन” योजना अंतर्गत वृहद डीपीआर तैयार कर भारत सरकार को भेजे जाने का पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा के किनारे के इन ग्राम सभाओं में वहां की आवश्यकता अनुसार छोटे गेस्ट हाउस, पार्क एवं पर्यटन एवं पर्यटक की सुविधा हेतु छोटे हट आदि को डीपीआर में शामिल किया जाए।
मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने गंगा यात्रा कार्यक्रम की भी समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि गंगा यात्रा में होने वाले गंगा पूजन के दौरान पॉलिथीन का कतई प्रयोग न किया जाए। गंगा पूजन कार्यक्रम का पर्यटन विभाग द्वारा आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा गंगा यात्रा के दौरान आयोजित होने वाली जनसभा स्थलों पर पर्यटन विभाग द्वारा प्रदर्शनी लगाया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम स्थलों पर पर्यटन विभाग द्वारा कराए गए एवं कराए जा रहे पर्यटन विभाग के कार्यों एवं कार्यक्रमों का होर्डिंग आदि के माध्यम से प्रदर्शित कराए जाने का निर्देश दिया।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।