माघ पूर्णिमा स्नान-राप्ती तट पर पहली बार खिन्न नहीं प्रसन्न मन से हुआ स्नान-दान
सीएम योगी ने बनवाया पक्का घाट तो डुबकी लगाने में आया ठाठ . सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया है सुविधाओं से युक्त रामघाट और महायोगी गुरु गोरक्षनाथ घाट का तोहफा .
गोरखपुर । गोरखपुर की गंगा मइया राप्ती के राजघाट पर पहली बार श्रद्धालु इतने प्रसन्न नज़र आ आए। पूर्व में स्नान पर्वों पर जहां अव्यवस्थाओं के बीच वे एक डुबकी में स्नान की औपचारिकता पूरी करते थे वहीं इस बार माघ पूर्णिमा के पावन पर्व पर उनका उल्लास देखते ही बन रहा था। क्या महिला, पुरूष, वृद्ध और बच्चे। सब के सब हर हर गंगे और जय राप्ती मइया का जयकारा लगाते हुए आस्था और श्रद्धा की डुबकी पर डुबकी लगाने में मगन थे। इस नजारे को बदलने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को है। सीएम योगी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राप्ती नदी के राजघाट पर दोनों तरफ पक्के घाट बनवा दिए हैं, वह भी जरूरी और आधुनिक सुविधाओं से युक्त। एक का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को समर्पित कर रामघाट रखा गया है तो दूसरे का नाम शिवावतारी महायोगी गुरु गोरक्षनाथ घाट रखा गया है।
रामघाट और राजघाट का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 फरवरी को किया था। इसके बाद माघ पूर्णिमा के रूप में इन घाटों पर पहला स्नान पर्व आयोजित हुआ। घाटों पर सुदृढ व्यवस्था और चेंजिंग रूम की भी सुविधा होने से श्रद्धालु सीएम योगी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर रहे थे। यही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर राप्ती में अपशिष्ट का प्रवाह रोकने के आदेश का असर भी खूब दिख रहा है। जिस राप्ती नदी में कभी एक डुबकी भी मजबूरी में लगाई जाती थी, अब उस नदी के साफ जल में लोग डुबकी लगाने के साथ जलक्रीड़ा करने लगे हैं। माघ पूर्णिमा पर राप्ती नदी में स्नान, दान आदि करने के बाद श्रद्धालु देर तक घाटों पर भ्रमण कर यहां निखरे सौंदर्य को निहारते रहे। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत विकसित राप्ती के ये घाट किसी पर्यटन स्थल जैसे चमक उठे हैं।