राफेल पर सवार हुआ बलिया का मनीष, दुनिया में गर्व से चौड़ा हुआ बलियावासियों का सीना
विजय बक्सरी
बलिया: स्वतंत्रता आंदोलन के मंगल पांडेय से लेकर राजनीति के चंद्रशेखर तक पर गर्व करने वाले बलिया के सर को मनीष ने फिर से ऊंचा करने का मौका दिया। जिसके बदौलत आज दुनिया में बलिया सुर्खियों में है। अब बलिया विंग कमांडर मनीष के लिए भी जाना जाएगा। जिसने फ्रांस से आ रहे लड़ाकू विमान राफेल की पहली सवारी की और फ्रांस से राफेल लाने में शामिल रहा। देश में आज सा रहे पांच लड़ाकू राफेल विमानों के दल में बलिया का भी एक जांबाज विंग कमांडर शामिल है। मनीष के राफेल उड़ाकर भारत लाए जाने की जानकारी मिलते ही बलिया जनपद के उसके पैतृक गांव बकवा में खुशी की लहर दौड़ गई और जिले के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। वायुसेना के पायलटों का जो दल फ्रांस से राफेल विमान ला रहा है, उसमें जिले के बकवा क़स्बा निवासी आर्मी से रिटायर मदन सिंह के बेटे विंग कमांडर मनीष सिंह भी शामिल हैं। मनीष के छोटे भाई अनीश सिंह ने बताया कि भैया आज यानी मंगलवार को अबुधाबी में थे तो उनसे हम लोगों ने कुशलक्षेम जानने के लिए बात की थी। उन्होंने बताया कि आज अबुधाबी से भारत के लिए उड़ने वाले हैं। अनीश ने बताया कि सैनिक स्कूल कुंजपुरा हरियाणा से शिक्षा लेने के बाद वायुसेना में मनीष का चयन एनडीए के जरिये हुआ था। वह 2003 में बतौर फ्लाइट लेफ्टिनेंट वायुसेना में भर्ती हुए थे। फिलहाल विंग कमाण्डर हैं। इससे पहले वह गोरखपुर में तैनात थे। उन्हें राफेल उड़ाने का प्रशिक्षण लेने के लिए फ्रांस भेजा गया था। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद राफेल को भारत लाने वाले दल में उनका चयन किया जाना पूरे परिवार के लिए गर्व की बात है। दो भाई और दो बहन में सबसे बड़े मनीष के राफेल उड़ाकर भारत लाए जाने से गांव में खुशी की लहर है। मनीष के पिता मदन सिंह को अपने बेटे पर गर्व है।