नई दिल्ली । सेना भर्ती घोटाले के तार उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक फैले हुए हैं। इसमें एसएसबी सलेक्शन सेंटर, बेस अस्पताल, भर्ती मुख्यालय और कई यूनिटों के सैन्य अफसर शामिल हैं। इस घोटाले में घूस की रकम अफसरों की पत्नी, मां, पिता, बहनोई और महिला मित्रों व रिश्तेदारों तक पहुंची है। सीर्बीआई ने इन सभी पर शिकंजा कसा है।
सेना को भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी मिली थी कि सैन्य अधिकारियों व कुछ अन्य लोगों ने अस्थायी तौर पर अस्वीकृत किए गए अभ्यर्थियों से घूस लेकर मेडिकल परीक्षण में पास कराया है। सेना ने भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस से कराई तो बड़ा रैकेट सामने आया। इस घोटाले में ले. कर्नल, मेजर समेत दो दर्जन सैन्य अधिकारी, उनके रिश्तेदारों या नजदीकी लोगों के शामिल होने की पुष्टि हुई।
सेना ने आशंका जताई है कि घोटाला करने वालों का नेटवर्क बहुत बड़ा हो सकता है। घोटाले के तार पूरे देश में फैले हैं। एसएसबी सलेक्शन सेंटर (उत्तर) कपूरथला (पंजाब) के ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर मेजर भावेश कुमार की पत्नी देव्यानी, उनके पिता सुरेंद्र कुमार और मां उषा कुमावत तक भी घूस की रकम पहुंची। सर्विस सलेक्शन सेंटर कपूरथला के लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह के बहनोई, पालम विहार, दिल्ली निवासी भूपेन्द्र बजाज भी आर्थिक लाभ पाने वालों में शामिल हैं।
कपूरथला से दिल्ली, बरेली, बंगलूरू, चेन्नई, गुवाहाटी तक जाल
एसएसबी सलेक्शन सेंटर कपूरथला के साथ ही बेस हॉस्पिटल, दिल्ली कैंट, आर्मी एयर डिफेंस कॉर्प्स विशाखापत्तनम, आर्डिनेंस डिवीजन बरेली, भर्ती निदेशालय, नई दिल्ली, माउंटेन डिवीजन गुवाहाटी, ओटीए चेन्नई, आर्मी सर्विस कॉर्प्स बंगलूरू, मेडिकल बोर्ड सलेक्शन, बेस हॉस्पिटल दिल्ली, वाहन डिपो दिल्ली समेत कई स्थानों पर तैनात सेवारत सैन्य अफसर और उनके परिवार के लोग और कई सिविलियन भर्ती घोटाले में शामिल रहे हैं।
ले. कर्नल भगवान का वीडियो जब्त
सेना भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड लेफ्टिेनेंट कर्नल भगवान का एक वीडियो जब्त हुआ है। इसमें वह बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले बेस अस्पताल, दिल्ली कैंट के नायब सूबेदार कुलदीप सिंह से पैकेट लेते नजर आ रहे हैं। कुलदीप सिंह का मोबाइल भी जब्त किया गया है। ले. कर्नल सुरेन्द्र सिंह का मोबाइल, लैपटॉप भी जब्त किया गया है।
बेटे को फर्जीवाड़े से पास कराया एनडीए
आर्मी सर्विस कैंप बंगलूरू में तैनात हवलदार पवन कुमार ने अपने बेटे नीरज कुमार को दिसंबर 2020 में धोखाधड़ी से एनडीए का एसएसबी पास कराया। उन्होंने ले. भगवान को घूस की रकम दी। उनके खाते के साथ ही यूपीआई से 50 हजार रुपये भेजे गए। पवन ने कुलदीप सिंह की मां, मेजर भावेश की मां, पत्नी व पिता के खातों में भी चार लाख रुपये भेजे। नायब सूबेदार कुलदीप सिंह की दोस्त प्रगति सिंह के खाते में दो बार क्रमश: 4.5 लाख और 4.79 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए।
लाखों में हुआ घूस की रकम का लेनदेन
जांच में सामने आया कि सैन्य अधिकारियों या उनके परिवार के लोगों तक नकद, चेक, यूपीआई, आरटीजीएस या अन्य माध्यमों से लाखों रुपये की घूस की रकम पहुंची। नायब सूबेदार कुलदीप सिंह को कैश के साथ ही यूपीआई से 50 हजार, चेक से 1.50 लाख का भुगतान हुआ। ले. कर्नल सुरेंद्र सिंह को 10-15 अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए नकद घूस दी गई। बैैंक से एक लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। मेजर भावेश कुमार ने 10-11 अभ्यर्थियों के चयन के लिए घूस ली। उनके परिवार के सदस्यों के खातों में राशि भेजी गई।