दुद्धी,सोनभद्र- स्थानीय तहसील मुख्यालय पर स्थित एक मात्र राजकीय डिग्री कॉलेज में मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी किया।मंगलवार को जैसे ही वेटिंग छात्रों का काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू हुई तो सीट से अधिक छात्रों का हुजूम उमड़ पड़ा। जबकि कॉलेज प्रशासन के अनुसार मात्र 85 सीटों पर काउंसिलिंग होनी थी, लेकिन मौके पर सैकड़ों छात्र-छात्राएं पहुँच हंगामा करने लगे।हंगामा बढ़ते देख कॉलेज प्रशासन ने गेट बंद करवा कर कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
कॉलेज प्रशासन ने जैसे ही गेट बंद करवाया तो छात्र आक्रोशित होकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गेट पर ही धरने पर बैठ गए और सीट वृद्धि की मांग करने लगे। आक्रोशित छात्रों ने मेन गेट पर लगे चैनल पर जमकर गुस्सा निकाला जिससे चैनल का छड़ डैमेज हो गया।मामला बढ़ता देख कोतवाल राघवेन्द्र सिंह व एसएसआई बालेन्द्र यादव मयफोर्स के साथ कॉलेज पहुँचे और हंगामा कर रहे छात्रों को खदेड़ कर गेट खाली करवाया।इसके बाद प्राचार्य डॉ नीलांजन मजूमदार ने छात्रों को समझाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से सीट वृद्धि के पत्र लिखा जा रहा है, जैसे ही सीट वृद्धि की आदेश मिलती हैं तो बचे हुए छात्रों का एडमिशन कर लिया जाएगा।
बता दें कि दुद्धी डिग्री कॉलेज में बी ए पाठ्यक्रम हेतु 420 सीट निर्धारित है, जबकि लगभग 1040 छात्रों ने आवेदन पत्र भरा है।इसलिए लगभग आधे छात्र प्रवेश से वंचित हो सकते हैं।जबकि कोविड के कारण इस वर्ष सभी छात्रों को प्रमोट कर पास कर दिया गया है,अत्यधिक प्रवेशार्थियों के कारण कॉलेज में प्रवेश को लेकर एक बड़ी समस्या खड़ी हो जा रही हैं।
उधर छात्र नेताओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन की सुचारू व्यवस्था न होने के कारण हर साल एडमिशन के समय बवाल होता है। फिर कॉलेज प्रशासन प्रक्रिया को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है,जिससे सैकड़ो छात्रों का भविष्य अधर में लटक रहा है।छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से सीट वृद्धि की मांग करते हुए कहा कि अगर सीट वृद्धि नही होती हैं तो छात्र मजबूर होकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
पानी के लिए तरसते रहे काउंसिलिंग में पहुँचे छात्र/छात्राएं
दुद्धी– मंगलवार को भाऊ राव देवरस राजकीय पी जी कॉलेज में प्रवेश को पहुँचे छात्रों को भारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा।कॉलेज मेन गेट के बाहर पानी की कोई व्यवस्था नही होने के कारण प्रवेशार्थी काफी परेशान दिखे और कॉलेज प्रशासन को कोसते नजर आए।छात्रों का कहना था कि तहसील मुख्यालय पर स्थित एक मात्र सरकारी डिग्री कॉलेज में पानी तक की व्यवस्था न होना चिंता का विषय है।