अमृत महोत्सव के लिए राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति गठित
अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न मंत्रालयों से आयोजित कार्यक्रमों के बारे में मार्गदर्शन के लिए राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति पहले ही गठित कर ली गई है। वर्ष 2017 में स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि यदि हममें से प्रत्येक व्यक्ति, यह ध्यान दिए बिना कि वह कहां से जुडा है, एक नए संकल्प, नई ऊर्जा, नई शक्ति के साथ प्रयास करे, तो हम अपनी सामूहिक शक्ति से आजादी के 75वें वर्ष 2022 में पूरे देश का परिदृश्य बदल सकते हैं। यह भारत, एक नया भारत होगा- यह सुरक्षित समृद्ध और सुदृढ भारत होगा।
राष्ट्रीय समिति में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा सभी क्षेत्रों के गणमान्य नागरिक होंगे शामिल
गौरतलब हो सरकार ने 259 सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय समिति का गठन किया है जिसके लिए एक राजपत्रित अधिसूचना जारी की गई है। इस राष्ट्रीय समिति में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा सभी क्षेत्रों के गणमान्य नागरिक शामिल हैं। समिति राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की स्मृति के लिए कार्यक्रमों के निर्माण के लिए नीति निर्देश और दिशा निर्देश प्रदान करेगी।
2015-16 में किए गए 13 वादे होंगे पूरे
बताना चाहेंगे कि त्वरित कार्यान्वयन के पथ पर बजट 2015-16 के वे 13 वादे भी हैं, जिन्हें देश की आजादी के 75वें वर्ष यानी 2022 के अमृत महोत्सव के दौरान पूरे किया जाना है। ये सभी वादे भी आत्मनिर्भरता के विजन के अनुरूप हैं।
जम्मू कश्मीर में महोत्सव की तैयारियों को लेकर हुई बैठक
जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भारत की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ की तैयारियों से संबंधित उच्च स्तरीय बैठक की शुक्रवार को अध्यक्षता की। पूरे प्रदेश में बड़े उत्साह से समारोहों के लिए उप-राज्यपाल ने प्रशासनिक सचिवों को निर्देश देते हुए कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत के लिए कई यादगार कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।