कोयला मंत्रालय के तहत कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने सिंगरौली के ग्रामीणों को लाभ पहुंचाने के लिए कई कामों की शुरुआत की है। इन कामों के लिए 2.25 करोड़ रुपये के बराबर की ग्रामीण अवसंरचना, शिक्षा, कौशल विकास, महिला अधिकारिता, रोजगार सृजन, स्वच्छता और पीने के शुद्ध जल पर केंद्रित विभिन्न कॉर्पोरेट सोशल रेस्पान्सबिलिटी (सीएसआर) स्कीमों और परियोजनाओं को लांच किया है।
क्या है एनसीएल ?
एनसीएल, कोयला मंत्रालय के तहत सिंगरौली स्थित एक मिनी रत्न कंपनी है। एनसीएल ने 10 उच्च मशीनीकृत ओपेन कास्ट कोयला खदानों को चलाती है तथा राष्ट्रीय कोयला उत्पादन में 15 प्रतिशत का योगदान देती है। इस कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश में 115 मिलियन टन से अधिक कोयले का योगदान दिया था।
सड़क निर्माण से 10 हजार लोगों को फायदा
लोगों की जरूरतों पर केंद्रित इन कामों को आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में लांच किया गया है। सिंगरौली की सांसद रिति पाठक ने जिले में अवसंरचना विकास, आजीविका सृजन और समग्र सामुदायिक विकास की दिशा में एनसीएल के प्रयासों की सराहना की। एनसीएल के आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में 1.6 करोड़ रुपये की लागत से एनसीएल-सीएसआर के तहत सेमुर पंचायत में एक नई सड़क का भी निर्माण किया गया है जिससे पाली, सेमुर तथा निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लगभग दस हजार ग्रामीणों को लाभ पहुंचा है।
महिला सशक्तिकरण को दिया गया बढ़ावा
स्थानीय महिलाओं/लड़कियों को और अधिक सशक्तिकरण करने तथा उन्हें आत्म-निर्भर बनाने के लिए एनसीएल ने कई कार्यक्रम शुरू किए थे। जिनके अंतर्गत कौशल विकास कार्यक्रम के तहत केंद्रों में ट्रैनिंग दी गईं 27 महिलाओं/लड़कियों को सिलाई मशीन और कौशल प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। इसी के स एनसीएल द्वारा स्थापित खादी तथा हथकरघा केंद्र, जहां लगभग 30 महिलाएं ट्रैनिंग ले रही हैं, को मदद दी गई।
स्कूलों और आंगनबाड़ी के लिए किए गए हैं कई काम
दूर के गांवों में आधुनिक शिक्षा सुविधाएं की पहुंच बढ़ाने के लिए निकटवर्ती सरकारी विद्यालयों को स्मार्ट टीवी तथा कंप्यूटरों के आठ सेट बांटे गए। चार सरकारी स्कूलों को नई तकनीक से सुसज्जित प्रयोगशाला उपकरण भी वितरित किए गए। इन उपकरणों की मदद से 500 से अधिक छात्रों को विज्ञान में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, आसपास के क्षेत्रों के 1000 से अधिक स्कूली बच्चों के लिए पीने का सुरक्षित पानी सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आरओ मशीन के साथ चार वाटर कूलर सुपुर्द किए गए। इसके अलावा सिंगरौली जिले के 10 पंचायतों में स्थित 43 आंगनवाड़ियों के बच्चों के लिए भी फ्लोर मैट, प्ले स्कूल स्लाइड, बर्तन दिए गए। एनसीएल-सीएसआर के तहत सिंगरौली जिले के भोवदार गांव में स्थित एक स्कूल की चारदीवारी का भी उद्घाटन किया।
स्वच्छ भारत अभियान को भी मिलेगा बढ़ावा
स्वच्छ भारत अभियान को और प्रोत्साहित करते हुए, कूड़ा इकठ्ठा करने वाले एक वाहन को झंडी दिखाई गई तथा उसे नौधिया पंचायत के प्रतिनिधि को सुपुर्द किया गया। यह वाहन हर दरवाजे पर जाकर कूड़ा इकट्ठा करेगा जिससे कि पांच हजार से अधिक स्थानीय लोगों के लिए जीने के स्वच्छ वातावरण बन सकेगा।