सीएए आंदोलन पीएफआई फंडिंग पर अखिलेश यादव का केंद्र सरकार से सवाल, करोड़ों का लेनदेन कैसे हुआ

लखनऊ, जनवरी । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएए आंदोलन के पीछे पीएफआई को करोड़ों की फंडिंग किये जाने के सवाल पर कहा कि हमारी एजेंसी क्या कर रही हैं। सरकार बताए कि करोड़ों का लेनदेन कैसे हुआ। केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की डफली फाड़ दी है।

अखिलेश यादव ने ये बातें सोमवार को सपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं। इससे पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने भी सीएए कानून को राष्ट्र विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इसका हम विरोध करते हैं। नो एनआरसी, नो सीएए। हम इस कानून को मानने को तैयार नहीं।

वहीं ,प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने देश को दिवालियापन के कगार पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि सीएए देश की एकता के खिलाफ है। इसी मुद्दे पर देश में अमन के लिये 9 जनवरी से गांधी शांति यात्रा शुरू की। 30 जनवरी को यात्रा का समापन दिल्ली में होगा। तीन संगठनों के लोग यात्रा मिलकर निकाल रहे हैं। सत्य और अहिंसा का संदेश लेकर यात्रा कर रहे हैं।

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज देश में अशांति इसलिए है क्योंकि सरकार ने कुछ ऐसे कदम उठाएं। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी की घोषणा से लोग डरे हुए हैं और आ शान्ति का माहौल है। सरकार आर्थिक स्थिति से किसानों की समस्याओं से और युवाओं की बेरोजगार हैं चिंतित नहीं है।

यशवंत सिन्हा ने कहा कि महिला शांति से धरना दे रही है। उनसे रजाई और कंबल छीने जा रहे हैं। कानून के बारे में बस तीन बातें कहूंगा। संविधान के ढांचे के खिलाफ है। इस कानून की आवश्यकता नहीं थी। पहले के कानून में ही सरकार जिसे चाहे नागरिकता दे। जिस भाषा का प्रयोग किया है उसके अनुसार इस कानून का इलीमेंटेशन नहीं हो सकता है।

यशवंत सिन्हा ने कहा कि हज़ारों लोगों को इसी सरकार ने नागरिकता दिया। अभी क़ानून लागू करने के नियम नहीं बने मगर यूपी के ज़िले-ज़िले में लोगो की पहचान कर ली गई कि किसे नागरिकता दी जाए।

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