चाची की सुनी गोद को भरने के लिए भतीजे ने नवजात बच्चें को रात में चुरा लिया
आजमगढ़ । करीब दो दशक से चाची की सुनी गोद को भरने के लिए भतीजे ने शातिराना अंदाज में एक नवजात बच्चें को रात में उसकी मां की गोद से चुरा लिया। इसके बाद चाचा और भतीजे ने एक नर्सिंग होम में नवजात की फर्जी तरिके से इंट्री भी करा दिया। इधर बच्चा गायब होने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्परता के साथ मामले की छानबीन शुरू किया और नवजात बच्चें को बरामद कर आरोपियों को जेल में भेज दिया। मामला आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गुजरपार गांव का है।
पुलिस की गिरफ्त में आये चाचा बबलू सिंह और भतीजा रोशन सिंह मुबारकपुर में गुजरपार के रहने वाले है। बबलू सिंह की शादी करीब 18 वर्ष पहले हुई थी। लेकिन बच्चा नहीं होने से बबलू और उनकी पत्नी परेशान थे। इसी बीच उन्होने मऊ जिले में आईवीएफ विधि से बच्चा पैदा करने की कोशिश की लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी। बच्चा पैदा न होने से बबलू सिंह और उनकी पत्नी काफी परेशान थे। इस बात की जानकारी भतीजे रोशन सिंह को थी। इसी बीच रोशन सिंह ने चाची की सुनी गोद को भरने के लिए और खुश करने की ठान लिया। इसी बीच गांव के ही जयराम गोंड की पत्नी वन्दना ने नौ जुलाई को एक बच्चों को जन्म दिया। इस बात की जानकारी जब भतीजे रोशन सिंह को लगी तो वह बच्चे को चुराने के एक प्लान तैयार किया। इसके तहत वह 12 जुलाई की रात जयराम गोंड़ के घर में घुसा और उनकी पत्नी वंदना की गोद में सोये नवजात बच्चे को चुरा लिया। चुराने के बाद वह अपने ट्युबेल पर गया और वहां से इस शातिर
भतीजे से बाइक से नवजात को लेकर अजमतगढ़ एक क्लीनिक पर पहुंचा जहां क्लीनिक के कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर नवजात बच्चे की इंन्ट्री करायी। उसके बाद उसने अपने सभी रिश्तेदार को अपने चाचा बबलू के बच्चा होने की जानकारी दी ।
इधर वंदना रात में जैसे ही उठी और बच्चा गायब होने की जानकारी मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। सुबह होते ही परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। नवजात बच्चे के घर से चोरी होने के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया और घटना की छानबीन में जुट गयी। इसी बीच परिजनों को जानकारी हुई कि उनके गांव के बबलू सिंह को रात में बच्चा पैदा हुआ है। जिस पर परिजनों को शक हो गया। इसकी जानकारी उन्होने स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की गहरायी के साथ छानबीन की तो पता चला कि बबलू सिंह की पत्नी गर्भवती ही नहीं थी तो बच्चा कैसे पैदा हो गया। पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो क्लीनिक का पर्चा दिखा दिया गया। लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच और परिजनो ंसे जब कड़ाई से पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। पुलिस ने आरोपी चाचा और भतीजे को गिरफ्तार कर नवजात बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भतीजे शातिराना अंदाज में घटना को अंजाम दिया था लेकिन पुलिस ने तेजी के साथ छानबीन कर नवजात बच्चे को बरामद कर लिया। इस मामले मे ंक्लीनिक के कर्मचारी को फर्जी तरिके से इंट्री कराने के मामले में पुलिस की एक टीम उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है ।