नई दिल्ली : दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नर्स यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। नर्सों की मांग में 6वां केंद्रीय वेतन आयोग भी शामिल है। नर्स के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की वजह से वहां भर्ती मरीजों के लिए नई मुसिबत खड़ी हो गई है।
नर्सों के हड़ताल पर जाने को लेकर एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बयान जारी कर हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है। गुलेरिया ने कहा कि इस दौर में सच्चे नर्सिंग कर्मचारी हड़ताल नहीं कर सकते हैं। नर्सों की प्रमुख रूप से 23 मांगों में से अधिकतर को सरकार और एम्स प्रशासन ने मान ली है, लेकिन इनमें प्रमुख मांग छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना है। उन्होंने कहा कि इस समय में नर्सों को हड़ताप पर नहीं जाना चाहिए। दूसरी ओर नर्स अपनी मांगो लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे मानी नहीं जाएंगी तब तक उनका हड़ताल जारी रहेगी।