नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी के शेयर को जारी विवाद पर आज कहा कि भारतीय नियामक बहुत अनुभवी हैं और स्थिति पर काबू पाने में सक्षम भी।श्रीमती सीतारमण ने आम बजट पेश किये जाने के बाद रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल की बैठक को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से एक सवाल के जबाव में कहा कि भारतीय नियामकों को अडाणी समूह से संबंधित मामले की जानकारी है और हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से उत्पन्न स्थिति को संभालने में सक्षम है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी समूह पर लेखाकंन धोखाधड़ी, शेयर में हेराफेरी और मनी लांड्रिंग जैसे आरोप लगाये गये हैं। इसके बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट हुयी थी जिससे समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी की संपत्ति में भारी गिरावट आयी है। कल उच्चतम न्यायालय ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को इस पर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि नयी कर व्यवस्था बजट की केन्द्र बिन्दुओं में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत एक सामान्य ढांचे के माध्यम से आभासी मुद्रा को विनियमित करने के लिए जी 20 देशों के साथ चर्चा कर रहा है। उन्होंने कहा कि आभासी मुद्रा में बहुत सारी तकनीक शामिल है। इसमें 99 प्रतिशत तकनीक है।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जबाव में कहा कि नयी कर प्रणाली को करदाताओं को राहत देने और लोगों के हाथों मे अधिक पैसा बचाने के उद्देश्य से संशोधित किया गया था। उन्होंने कहा कि नयी कर व्यवस्था में लोगों के लिए ज्यादा कटौती की गयी है ताकि उनके हाथ में ज्यादा पैसों की बचत हो। यह लोगों पर कर की बोझ को कम करता है।(वार्ता)
The New Tax Regime is effective because in it standard deduction is allowed, & lower tax rates have been fixed for different slabs, thus allowing people to have more money in their hands.
– Smt @nsitharaman. pic.twitter.com/qHBahDPAJt
— NSitharamanOffice (@nsitharamanoffc) February 11, 2023