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सुरक्षा व सुशासन की नींव पर बनेगी प्रगति व समृद्धि की भव्य इमारत : सीएम योगी

भारत की शक्ति व समृद्धि के लिए यूपी का सर्वांगीण विकास आवश्यक : सीएम योगी .आकाशवाणी के साथ विशेष वार्ता मे बोले मुख्यमंत्री, यूपी से होकर जाता है देश की सत्ता का रास्ता .

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह सर्वविदित है कि देश की सत्ता का मार्ग उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। इसी प्रकार यह भी सच है कि भारत की शक्ति व समृद्धि के लिए उत्तर प्रदेश का सर्वांगीण विकास आवश्यक है। उत्तर प्रदेश में विगत पांच सालों में सुरक्षा व सुशासन नींव तैयार हुई है। इसी नींव पर आगामी पांच सालों में प्रगति व समृद्धि की भव्य इमारत तैयार होगी। यह नया यूपी प्रधानमंत्री के नए भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा।

सीएम योगी सोमवार शाम आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत “उत्तर प्रदेश के विकास का सफर” विषय पर आल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी) के साथ विशेष वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। वर्तमान समय में हमारा देश वैश्विक पटल पर एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के अनुरूप नए भारत की विकास यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है। हमारे राज्य उत्तर प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड है। यह देश की सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। इसलिए भारत की विकास यात्रा में उत्तर प्रदेश की भूमिका भी सबसे महत्वपूर्ण है।

यूपी को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने को योजनाबद्ध ढंग से हो रहे कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की अर्थव्यस्था के पांच ट्रिलियन डालर के लक्ष्य की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश का आर्थिक विकास जरूरी है। इसलिए वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर बनाने के लक्ष्य के साथ योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से यूपी निरंतर सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। राज्य में प्रत्येक क्षेत्र में संचालित विकासपरक गतिविधियों से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की छवि में सकारात्मक बदलाव आया है।

बीमारू राज्य का धब्बा हट चुका है और अब तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते हुए एक नए उत्तर प्रदेश के रूप मे इसकी पहचान बनी है। विगत कुछ सालों में तेजी से प्रगति करते हुए यह देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को अग्रसर है। सीएम ने कहा कि पिछले कुछ सालों में राज्य की प्रति व्यक्त आय बढ़कर दोगुनी हुई है। पांच वर्ष पहले 2.5 लाख करोड़ रुपये प्रदेश का बजट आज बढकर 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हो चुका है।

केंद्र सरकार की 50 योजनाओं में यूपी नंबर एक

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की जनकल्याण व विकास से जुड़ी करीब पचास योजनाओं में यूपी नंबर वन है। इन योजनाओं को जाति, मत, मजहब के भेदभाव के बिना लागू कर जनता को पूरी ईमानदारी से लाभान्वित किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य में 2.61 करोड़ व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराए गए। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है।

नाम मात्र की रह गई इंसेफलाइटिस

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश का पूर्वांचल का इलाका इंसफेलाइटिस से प्रभावित होता था। इस घातक बीमारी से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में बच्चे काल कवलित होते थे। स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालयों व जल जीवन मिशन से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति व उपचार की बेहतर व्यवस्था से इस क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस की बीमारी अब नाममात्र की रह गयी है। सतर्कता व सामूहिक प्रयासों से अगले एक दो सालों में यह रोग पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।

वंचित तबकों को उपलब्ध कराएं कल्याणकारी योजनाओं के लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम आवास योजना के माध्यम से प्रदेश के 43.50 लाख गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो देश में सर्वाधिक है। राज्य में पीएम आवास योजना से वंचित पात्र गरीबों को सीएम आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। आजादी के बाद भी मताधिकार सहित जन कल्याणकारी योजनाओं से वंचित वनटांगिया, मुसहर, कोल, थारू आदि जनजातियों को आवास, शौचालय, निशुल्क विद्युत कनेक्शन, निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन, राशन कार्ड विभिन्न पेंशन योजनाओं और जमीन के पट्टों से लाभान्वित किया गया है।

प्रदेश में इफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर ऐसे गांव जहां बिजली नहीं पहुंची थी, बिजली पहुंचाने का कार्य किया गया। प्रदेश के 2.94 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराए गए। प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को निशुल्क बिजली कनेक्शन देने का कार्य किया गया। इस योजना के क्रियान्यवन में यूपी देश में पहले स्थान पर है। उन्होंने बताया कि राज्य में विद्युत आपूर्ति की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। वर्तमान में ग्रामीण में 18 से 20 घंटे, शहर में 22 से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है।

कृषि को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए कई महत्वपूर्ण कदम

सीएम ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवसस्था में कृषि का प्रमुख स्थान। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए राज्य में कृषि को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 86 लाख लघु व सीमांत किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का फसली ऋण पिछली सरकार में ही हम माफ कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश डीबीटी के माध्यम से किसानों को लाभान्वित करने वाला देश का पहला राज्य है। पीएम सम्मान निधि के माध्यम से प्रदेश के 2.54 करोड़ किसानों को छह हजार करोड़ रुपये वार्षिक प्राप्त हो रहे है।

गेहूं, धान, मक्का, आलू आदि उपज को बडे पैमाने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की प्रभावी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों का संचालन किया गया। गन्ना मूूल्य का समय से भुगतान सुनिश्चित किया गया। किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकी से परिचित कराने के लिए प्रदेश में बीस नए कृषि विज्ञान केंद्र खोले गए। वर्षों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण कर 22 लाख हेक्टेयर सिंचन क्षेत्रफल में वृद्धि की गई। इससे प्रदेश में रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन होगा।

उत्तर प्रदेश पर प्रकृति वह परमात्मा की असीम अनुकंपा

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रकृति व परमात्मा की असीम अनुकंपा है। यह राज्य देश के विकास हेतु आवश्यक संसाधानों से परिपूर्ण रहा है किंतु विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए वातावरण की जरूरत होती है। विकास गतिविीधयों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए शांति व सुरक्षा सर्वाधिक जरूरी तत्व हैं। इसलिए कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए विशेष प्रयास किए गए। राज्य में अपराध व अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई। दंगाइयों माफियाओं पर लगाम लगाई गई। इससे विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ और प्रदेश विकास के पथ पर बढा है।

निवेशकों का आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए हुए विशेष प्रयास

सीएम योगी ने कहा कि राज्य को निवेशकों का आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए विशेष प्रयास हुए। संपूर्ण राज्य में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे व त्वरित कनेक्टिविटी का विकास किया जा रहा है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक एक्सप्रेसवे वाला राज्य है। प्रदेश में यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल संचालित हो रहे है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण शीघ्र होगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि यूपी देश का इकलौता राज्य है जिसके पांच शहर लखनऊ, गातियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व कानपुर में मेट्रो रेल सेवा उपलब्ध है।

इसके साथ ही प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढाने, अवस्थापना व औद्योगिक हब बनाने का कार्य किया जा रहा है। लखनऊ, वाराणसी व कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। गौतमबुद्धनगर के जेवर व अयोध्या में निर्माणाधीनहै। इस प्रकार आने वाले समय में यूपी पांच इंटरनेशल एयरपोर्ट वाला राज्य हो जाएगा। साथ ही राज्य में राज्य में गोरखपुर, आगरा, कानपुर, हिंडन, प्रयागराज, गाजियाबाद, मेरठ व बरेली में एयरपोर्ट क्रियाशील है। हल्दिया-वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग 2018 से ही संचालित किया जा रहा है।

निवेश प्रोत्साहन के लिए बनाई निवेश फ्रेंडली नीतियां

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने को योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया है। सेक्टरवार निवेश फ्रेंडली नीतियां बनाई गई हैं। सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों को 340 से अधिक सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इससे ईज आफ डूईंग बिजनेस रैंकिंग में यूपी देश में दूसरे स्थान पर है। यूपी इनवेस्टर्स समिट में 4.68 लाख हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव में से तीन लाख हजार करोड़ के प्रस्ताव धरातल पर उतारे जा चुके हैं। इसके साथ ही कोरोना कालखंड में 66 हजार करोड़रुपये के अतिरिक्त निवेश प्रस्ताव भी राज्य को प्राप्त हुए हैं।

रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाएगा डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास छह नोड आगरा, अलीगढ, कानपुर, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट में कराया जा रहा है। यह कॉरिडोर रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मेक इन इंडिया की संकल्पना को भी साकार करने में इस कोरिडोर का बड़ा योगदान होगा। इससे प्रदेश के युवाओं को व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर सुलभ होंगे।

युवाओं को नौकरी व रोजगार सर्वोच्च प्राथमिकता

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म व लघु उद्यम इकाइयों की संख्या सर्वाधिक है। इस सेक्टर को पुनर्जीवित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लागू की गई है। इन योजनाओं के उत्साहजनक परिणाम मिल रहे हैं। राज्य में युवाओं को नौकरी व रोजगार की सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए मिशन रोजगार संचालित किया गया है। पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से पांच लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी गई है। प्रदेश में हुए सरकारी व निजी निवेश से 1.61 करोड युवाओं को रोजगार उपलब्ध हुए हैं। केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से 60 लाख से अधिक युवा स्वरोजगार से जुडे हैं। नौकरी व रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के कारण 2017 में प्रदेश की बेरोजगारी दर 17.5 से घटकर मार्च 2021 में 4.01 प्रतिशत रह गई है।

शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ करने के कार्य युद्ध स्तर पर

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी समाज के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधाएं सर्वाधिक आवश्यक होती हैं। प्रदेश में शिक्षा व स्वास्थ्य सुदृढ़ करने के कार्य युद्धस्तर पर किए गए हैं। आपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बेसिक शिक्षा के 1.58 लाख स्कूलों को बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करने का अभियान प्रारंभ किया। 1.34 लाख स्कूलों को आच्छादित किया जा चुका है। निशुल्क पाठ्य पुस्तकें, बैग, यूनिफार्म, जूता मोजा आदि उपलबब्ध कराने से स्कूलों में नामांकन में वृद्धि है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में में नकलविहीन परीक्षाओं का आयोजन व रिकार्ड समय में परीक्षाफल घोषित करने से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए खोले जा रहे सात नए विश्वविद्यालय

सीएम योगी ने कहा कि उच्च शिक्षा को बढावा देने के लिए राज्य में सात नए विश्वविद्यालय स्थापित किए जा रहे है। गोरखपुर में महायोगी गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, प्रयागराज में डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय विधि विश्वविद्यालय, अलीगढ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ में महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, सहारानपुर में मां शाकंभरी राज्य विश्वविद्यालय, मेरठ में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय व लखनऊ में अटल विहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय के अलावा यूपी इंस्टीट्यूट आफ फोरेंसिक साइंस का निर्माण कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के निशुल्क शिक्षा के लिए 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना भी की जा रही है।

हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर बनाने के लिए एक जनपद एक मेडिकल कालेज के लक्ष्य के साथ कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 59 जिलों में न्यूनतम एक मेडिकल कालेज की व्यवस्था कर ली गई है। शेष 16 जिलों में पीपीपी मोड पर स्थापना की प्रक्रया प्रारंभ हो गई है। संभल व महराजगंज के लिए राज्य सरकार व पीपीपी पार्टनर के मध्य एमओयू हस्तांरित हो गए हैं। आने वाले समय में हर जिले में एक मेडिकल कालेज होगा। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि यूपी ने कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन माडल प्रस्तुत किया है जिसकी सराहना देश व दुनिया में हुई है। कोरोनावायरस जांच, व टीकाकरण में पहले स्थान पर है।

मातृशक्ति की सुरक्षा व स्वाबलंबन के लिए विशेष पहल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज में यदि मातृ शक्ति सुरक्षित महसूस करती है तो पूरा समाज सुरक्षित होता है। मातृशक्ति स्वावलंबी बनती है तो समाज के साथ-साथ राज्य और राष्ट्र भी स्वावलंबी व सशक्त बनता है। यूपी में इस दिशा में विशेष प्रयास किए गए हैं। महिला सशक्तकरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मिशन शक्ति अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया है। महिलाओं के प्रति अपराधों पर शीघ्र कार्रवाई के लिए हेल्पलाइन 1090 पूरे प्रदेश में क्रियाशील है। महिलाओं व बालिकाओं की मदद के लिए महिला हेल्पलाइन 181 संचालित की जा रही है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत .61 करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए गए। बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना लागू की गई है।

यूपी में स्प्रिचुअल टूरिज्म के भरपूर अवसर

सीएम योगी ने कहा कि यूपी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली होने का गौरव प्राप्त है। अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। गंगा, यमुना व सरस्वती का संगमस्थली प्रयागराज तथा बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी भी इसी प्रदेश में है। विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी को पुरातन काया में नए कलेवर में विकसित कराया जा रहा है। श्रीकाशीविश्वनाथ धाम का विकास कराया गया है। विंध्यवासिनी धाम में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यूपी में स्प्रिचुअल टूरिज्म के क्षेत्र में भरपूर अवसर है। प्रयागराज कुंभ 2019 का भव्य-दिव्य आयोजन किया गया। आयोजन में देश-दुनिया से 24 करोड़ श्रद्धालु पधारे। इस आयोजन में स्वच्छता, सुरक्षा व सुव्यवस्था के प्रतिमान-कीर्तिमान स्थापित किए गए। अयोध्या में दीपोत्सव, मथुरा में कृष्णोत्सव व वाराणसी में देव दीपावली तथा बरसाना में रंगोत्सव के भव्य आयोजन हो रहे हैं। इससे यूपी में पर्यटन की गतिविधियों को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहन भी मिल रहे हैं। परिणामस्वरूप यूपी पर्यटन की दृष्टि से प्रथम स्थान पर पहुंच गया है।

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