सात करोड़ की लागत से गोरखपुर के वाटर बॉडी पर बनेगा पुल
गोरखपुर । गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने तारामंडल क्षेत्र में बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे स्थित वाटर बॉडी पर एक पुल बनाने का निर्णय लिया है। यह पुल बनने से रामगढ़ताल-नौकायन मार्ग और देवरिया बाईपास सम्पर्क बढ़ जायेगा। निर्माण लागत लगभग पांच से सात करोड़ आने की उम्मीद है।
इस पुल के बनने से रामगढ़ताल से सटी कॉलोनी और रामगढ़ताल-नौकायन मार्ग से आने वालों को देवरिया बाईपास पहुंचने का रास्ता आसान हो जायेगा। पहले लोगों को देवरिया बाईपास तक जाने के लिए नौकायन से वाणिज्य कार्यालय या बौद्ध संग्रहालय होकर पहुंचने की विवशता थी।
100 मीटर लम्बा होगा पुल
जीडीए द्वारा तैयार मसौदा के मुताबिक गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे स्थित वाटर बॉडी पर बनने वाले पुल की लम्बाई लगभग 100 मीटर होगी। सेतु निगम को निर्माण की जिम्मेदारी मिलेगी। पुल निर्माण में आने वाले खर्च को जीडीए ही वहन करेगा।
जीडीए की निगरानी में होगा निर्माण
इस पुल का निर्माण जीडीए की निगरानी में होगा। यह दो लेन में बनाया जायेगा। इसलिए पुल की चौड़ाई 11 से 17 मीटर होने की बात कही जा रही है। इस पुल निर्माण के बाद योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे से वाटर बॉडी को पार कर सीधे वसुंधरा एन्क्लेव के पास निकला जा सकेगा। यह रास्ता यहाँ से वाणिज्य कर विभाग होते हुए लोगों को देवरिया बाईपास पहुंचाएगा।
जीडीए उपाध्यक्ष बोले
जीडीए उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे (कारपोरेट पार्क के पास) प्राधिकरण एक पुल का निर्माण कराएगा। यह वाटर बॉडी पर स्थित होगा। इससे लोगों की सहूलियतें बढ़ेंगी। दो हिस्सों में बंटा तारामंडल क्षेत्र आपस में जुड़ जायेगा। देवरिया बाईपास तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी मिलेगा।(हि.स.)