Varanasi

वन मंत्री ने प्राकृतिक वन की स्थापना पर दिया बल, वृक्षारोपण का किया निरीक्षण

बाबा विश्वनाथ के दरबार में लगाई हाजिरी,चंदौली में वनांचल का भी किया निरीक्षण

वाराणसी । उत्तर प्रदेश के वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरुण कुमार सक्सेना एवं वन राज्य मंत्री केपी मलिक गुरुवार को शहर में मौजूद रहे। दोनों मंत्रियों ने शहर में विभिन्न विभागीय कार्यो का निरीक्षण किया। साथ ही वन विभाग के पहल पर डोमरी स्थित रेल भूमि पर एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में नवंबर, 2020 में लगाये गए मियावकी पौधरोपण का निरीक्षण किया। यहां केवल 18 माह में विकसित अद्भुत प्राकृतिक स्वरूप का घने जंगल के वृद्धि को देखा।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष ममता संजीव दुबे ने मियावकी तकनीक का जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वाराणसी जैसे घने आबादी वाले शहर में वायु प्रदूषण के रोकथाम में इसकी अहम भूमिका हो सकती है। दोनों मंत्रियों ने कार्य की सराहना करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि और अधिक स्थलों पर इस तरह का प्राकृतिक वन का स्थापना किया जाय।इस दौरान मुख्य वन संरक्षक एन रविन्द्र , वन संरक्षक प्रमोद गुप्ता सहित वन विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

राज्य मंत्री केपी मलिक ने पौधारोपण कर पर्यावरण को सरंक्षित करने पर दिया जोर

उत्तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण, जंतु, उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन के राज्य मंत्री केपी मलिक ने गुरूवार को बताया कि जंगलों को संरक्षित करने और पौधरोपण को बढ़ावा देने पर जोर दिया जायेगा। प्रदेश में पर्यटन बढ़े इसके लिए वन विभाग में क्या और बेहतर हो सकता है कार्य होगा।एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी आये राज्य मंत्री केपी मलिक ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में विधिवत दर्शन पूजन किया। इसके बाद सर्किट हाउस में मीडिया कर्मियों से बातचीत भी की।

राज्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में जंगल को सिकुड़ता देख सरकार वृहद पौधरोपण अभियान पर जोर दे रही है। योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में पौधरोपण अभियान में विश्व रिकार्ड बनाया था। इस बार भी 35 करोड़ पौधे लगाने की तैयारी है। जिला स्तर पर भी पौधरोपण का लक्ष्य तय किया गया हैं । इस बार पौधरोपण के साथ इसके सरंक्षण के लिए भी लोगों से अपील की जायेगी। ट्री गार्ड देने के साथ पौधों का रखरखाव में भी आमजन से सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जैसी जरूरत होगी उस हिसाब से पौधरोपण होगा। छायादार पौधे भी लगाए जाएंगे।

केपी मलिक ने वन एवं पर्यावरण मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना के साथ गुरूवार को चंदौली जनपद के वनांचल का भी दौरा किया। राजदरी-देवदरी जलप्रपात का निरीक्षण कर पौधारोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दिया। उन्होंने जलप्रपात की सराहना कर कहा कि वनांचल की वादियां शिमला के सौंदर्य को बिखेरे हुए हैं। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राजदरी-देवदरी जलप्रपात के नजरिये से महत्वपूर्ण है। प्रभागीय वनाधिकारी और वन क्षेत्राधिकारी ने इस दौरान पौधरोपण, पौधों के संवर्धन की जानकारी भी दी। वाराणसी से देर शाम राज्य मंत्री प्रयागराज के लिए रवाना हो जायेंगे।

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