पीएम किसान की 18वीं किस्त जारी
मोदी ने महाराष्ट्र में 23 हजार 300 करोड़ रुपये की कृषि और पशुपालन क्षेत्र से संबंधित विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को लगभग 23,300 करोड़ रुपये की कृषि और पशुपालन क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करते हुए तकरीबन 9.4 करोड़ किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की पीएम-किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त जारी की।श्री मोदी ने महाराष्ट्र के वाशिम में आयोजित एक समारोह में कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) के अंतर्गत 1,920 करोड़ रुपये से अधिक की 7,500 से अधिक परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की। इसके अलावा लगभग 1,300 करोड़ रुपये के संयुक्त कारोबार वाले 9,200 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की शुरुआत की।
समारोह में श्री मोदी ने महाराष्ट्र सरकार की नमो शेतकरी महासंमान निधि योजना की पांचवीं किस्त वितरित की। पूरे महाराष्ट्र में 19 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ पांच सौर पार्क और मवेशियों के लिए यूनिफाइड जीनोमिक चिप और स्वदेशी सेक्स-सॉर्टेड वीर्य प्रौद्योगिकी का शुभारंभ भी किया गया।श्री मोदी ने कहा कि राज्य सरकार अपने किसानों को दोहरा लाभ प्रदान करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने नमो शेतकरी महासंमान निधि योजना का भी जिक्र किया। इसमें महाराष्ट्र के लगभग 90 लाख किसानों को लगभग 1900 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है।कई दशकों से भारी कठिनाइयों का सामना करने वाले महाराष्ट्र और विदर्भ के किसानों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने किसानों को दुखी और गरीब बना दिया था।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब तक महाराष्ट्र में महागठबंधन सरकार सत्ता में रही तो उसने केवल दो ही एजेंडे – किसानों से जुड़ी परियोजनाओं को रोकना और इन परियोजनाओं के पैसे में भ्रष्टाचार करने पर काम किया।केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि के 20,400 करोड़ रुपये किसानों के खातों में अंतरित किये हैं। उन्होंने कहा कि न केवल किसान सम्मान निधि बल्कि 109 उच्च उपज वाली नई बीज प्रजातियाँ भी किसानों को समर्पित की गई हैं।
भारत के विकास में महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण योगदान: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां कहा कि भारत के विकास में महाराष्ट्र राज्य का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है। वह यहां शहरी आवागन को तेज और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिये 32,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करने के बाद एक जन सभा को संबोधित कर रहे थे ।श्री मोदी ने कहा कि बुनियादी क्षेत्र की इन रुपांतरकारी परियोजनाओं से महाराष्ट्र का विकास और तेज होगा। इस अवसर पर उन्होंने पिछली गठबंधन सरकार द्वारा विकास परियोजनाओं में विलम्ब की आलोचना की और कहा कि इससे इन परियोजनाओं की लागत बढ़ गयी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का शुभारंभ हो रहा है, उनसे महाराष्ट्र के विकास में और तेजी आयेगी।
श्री मोदी सभा को संबोधित करते हुये विपक्षी कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना की और उसे भ्रष्ट राजनीतिक दल करार दिया। महाराष्ट्र के एक दिन के दौरे पर आय प्रधानमंत्री ने इससे पहले वाशिम में कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र की कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यस किया तथा पीएम किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त जारी किया। वहां भी उन्होंने सभा में कांग्रेस और महा-अघाड़ी गठबंधन की तीखी आलोचना की थी।प्रधानमंत्री ने यहां जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, उनमें मुंबई मेट्रो लाइन-3 के बीकेसी से आरे जेवीएलआर खंड का उद्घाटन भी है। इसकी लागत करीब 14,120 करोड़ रुपये है। इस खंड में 10 स्टेशन होंगे, जिनमें से नौ भूमिगत होंगे, मुंबई मेट्रो लाइन-3 एक प्रमुख सार्वजनिक परिवहन परियोजना है, जो मुंबई शहर और उपनगरों के बीच आवागमन में सुधार के लिये परिकल्पित की गयी है। पूरी तरह से चालू होने के बाद लाइन-3 से प्रतिदिन करीब 12 लाख यात्रियों को सेवा मिलने की उम्मीद है।
श्री मोदी ने कहा ,मुंबई में मेट्रो लाइन-3 की शुरुआत देवेन्द्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते हुई थी। इसका 60 प्रतिशत काम उनके कार्यकाल में हो भी गया था, लेकिन फिर महाअघाड़ी की सरकार आ गयी। महाअघाड़ी वालों ने अपने अहंकार में मेट्रो का काम लटका दिया, 2.5 साल तक काम अटके रहने से प्रोजेक्ट की कीमत 14 हजार करोड़ रुपये बढ़ गयी। ”प्रधानमंत्री लगभग 12,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला भी रखी। इसपरियोजना की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है जिसमें 20 एलिवेटेड और दो भूमिगत स्टेशन होंगे । उन्होंने लगभग 3,310 करोड़ रुपये की लागत से ठाणे के छेदा नगर से आनंद नगर तक एलिवेटेड ईस्टर्न फ्रीवे एक्सटेंशन की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना दक्षिण मुंबई से ठाणे तक निर्बाध संपर्क की सुविधा प्रदान करेगी।इसके अलावा, प्रधानमंत्री लगभग 2,550 करोड़ रुपये की लागत वाली नवी मुंबई एयरपोर्ट इंफ्लूएंस नोटिफाइड एरिया (एनएआईएनए) परियोजना के चरण-1 की आधारशिला रखी जिसमें कुछ प्रमुख सड़कें, पुल, फ्लाईओवर, अंडरपास और एकीकृत उपयोग वाले बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल है।
इस कार्यक्रम में श्री मोदी ने लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ठाणे नगर निगम की आधारशिला भी रखी । एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस भव्य प्रशासनिक इमारत से ठाणे के नागरिकों को लाभ होगा, क्योंकि इसमें अधिकांश नगर निगम कार्यालय एक केंद्रीय स्थान पर स्थित होंगे।प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुये मराठी, असमिया और बांग्ला भाषा सहित पांच और भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने के मंत्रिमंडल के निर्णय का जिक्र करते हुए कहा कि कि केंद्र सरकार ने मराठी भाषा को शात्रीय भाषा का दर्जा दिया है। उन्होंने कहा, “ ये केवल मराठी और महाराष्ट्र का सम्मान नहीं है, बल्कि ये उस परंपरा का सम्मान है, जिसने इस देश को ज्ञान, दर्शन, अध्यात्म और साहित्य की समृद्ध संस्कृति दी है। मैं इसके लिये देश और दुनिया में मराठी बोलने वालों को बधाई देता हूं। ”
मोदी ने महाराष्ट्र में 23 हजार 300 करोड़ रुपये की कृषि और पशुपालन क्षेत्र से संबंधित विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के वाशिम में कृषि और पशुपालन क्षेत्र से जुड़ी लगभग 23,300 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया।इन परियोजनाओं में पीएम-किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त का वितरण, नमो शेतकरी महासन्मान निधि योजना की 5वीं किस्त का शुभारंभ, कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ) के तहत 7,500 से अधिक परियोजनाओं का समर्पण, 9,200 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का समर्पण, और महाराष्ट्र में 19 मेगावाट की कुल क्षमता वाले पांच सौर पार्कों का समर्पण शामिल हैं।प्रधानमंत्री ने वाशिम में संत सेवलाल महाराज और संत रामराव महाराज की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया और महान संतों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने गोंडवाना की महान योद्धा रानी दुर्गावती जी की जयंती का भी उल्लेख किया और बताया कि पिछले साल देश ने उनकी 500वीं जयंती मनाई थी।इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने हरियाणा में आज हो रहे मतदान का उल्लेख करते हुए राज्य के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की।उन्होंने कहा,”आज हरियाणा में मतदान हो रहा है, मैं हरियाणा के लोगों से अपील करता हूं कि वे बड़ी संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।” उन्होंने कहा कि उनका मतदान हरियाणा को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा।प्रधानमंत्री ने आज लगभग 9.5 करोड़ किसानों को लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री -किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त के वितरण का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने किसानों को दोहरा लाभ प्रदान करने का प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री ने नमो शेतकारी महासंमान निधि योजना का भी जिक्र किया, जहां महाराष्ट्र के लगभग 90 लाख किसानों को लगभग 1900 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है।इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए की गई विभिन्न परियोजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि सरकार वाशिम और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करने से प्रधानमंत्री ने वाशिम की पवित्र भूमि से पोहरादेवी माता को नमन किया और माता जगदंबा के मंदिर में दर्शन और पूजा करने का उल्लेख किया।उन्होंने किसान उत्पादक संगठनों से संबंधित सैकड़ों करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं को समर्पित करने का उल्लेख किया। लड़की बहिन योजना के लाभार्थियों को सहायता प्रदान करने पर प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि यह योजना नारीशक्ति की क्षमताओं को सशक्त बना रही है।
श्री मोदी ने आज की परियोजनाओं के लिए महाराष्ट्र और भारत के सभी नागरिकों को बधाई दी।प्रधानमंत्री ने आज पोहरादेवी में बंजारा विरासत संग्रहालय के उद्घाटन का जिक्र करते हुए कहा कि नव उद्घाटन संग्रहालय भावी पीढ़ियों को बंजारा समुदाय की प्राचीन संस्कृति और विशाल विरासत से परिचित कराएगा।पोहरादेवी में बंजारा समुदाय के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने उनके चेहरे पर संतुष्टि और गर्व की भावना पर प्रकाश डाला क्योंकि उनकी विरासत को इस संग्रहालय के माध्यम से मान्यता मिली है। श्री मोदी ने बंजारा हेरिटेज संग्रहालय के लिए समुदाय को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के सामाजिक जीवन और विकास यात्रा में हमारे बंजारा समाज की बहुत बड़ी भूमिका रही है।उन्होंने कला, संस्कृति, आध्यात्मिकता और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत के विकास में समुदाय के लचीलेपन और इसकी अमूल्य भूमिका की सराहना की।
श्री मोदी ने राजा लक्खी शाह बंजारा जैसे बंजारा समुदाय के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने विदेशी शासन के तहत भारी कठिनाइयों का सामना किया और अपना जीवन समाज की सेवा के लिए समर्पित कर दिया।उन्होंने संत सेवालाल महाराज, स्वामी हाथीराम जी, संत ईश्वरसिंह बापूजी और संत लक्ष्मण चैतयन बापूजी जैसे अन्य आध्यात्मिक नेताओं को भी याद किया, जिनके योगदान ने भारत की आध्यात्मिक चेतना को असीमित ऊर्जा दी है। उन्होंने कहा, “हमारे बंजारा समुदाय ने कई ऐसे संत दिए हैं जिन्होंने भारत की आध्यात्मिक चेतना को अपार ऊर्जा दी है।”प्रधानमंत्री ने सदियों से देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और पोषित करने में उनके अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला और उस ऐतिहासिक अन्याय पर भी अफसोस जताया जब ब्रिटिश शासन ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पूरे बंजारा समुदाय को अन्यायपूर्ण तरीके से अपराधी घोषित कर दिया।
मौजूदा सरकार के प्रयासों के बीच श्री मोदी ने लोगों को पिछली सरकारों के रवैये की याद दिलाई।उन्होंने कहा कि पोहरादेवी मंदिर विकास परियोजना का काम श्री देवेंद्र फड़नवीस के कार्यकाल के दौरान शुरू हुआ था, लेकिन महाअगाड़ी सरकार ने इसे रोक दिया था, जिसे श्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने फिर से शुरू किया।उन्होंने कहा कि पोहरादेवी मंदिर विकास परियोजना पर 700 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। श्री मोदी ने टिप्पणी की कि इस परियोजना से तीर्थयात्रियों की यात्रा में आसानी के साथ-साथ आसपास के स्थानों की तेजी से प्रगति के साथ-साथ तीर्थस्थल की बेहतरी में मदद मिलेगी। लोगों को भारत के विकास और प्रगति के खिलाफ आसन्न खतरों की याद दिलाते हुए श्री मोदी ने कहा, “लोगों के बीच एकता ही देश को ऐसी चुनौतियों से बचा सकती है।”प्रधानमंत्री ने लोगों को नशीली दवाओं की लत और इसके खतरों के खिलाफ भी आगाह किया और इस लड़ाई को एक साथ जीतने के लिए उनकी मदद मांगी।
श्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार का हर निर्णय, हर नीति विकसित भारत के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे किसान इस दृष्टिकोण का एक प्रमुख आधार हैं।” भारत के किसानों को मजबूत करने के लिए उठाए गए प्रमुख कदमों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कृषि उत्पादों के भंडारण, प्रसंस्करण और प्रबंधन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 9,200 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और कई प्रमुख कृषि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के समर्पण का उल्लेख किया, जिससे वृद्धि हुई। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार के तहत किसानों को दोगुना लाभ मिल रहा है।”(वार्ता)