आग में जल गए गरीब परिवार की दुल्हन की शादी के अरमान
पाली । सांडेराव गांव में रहने वाले छह बच्चों के पिता भूरालाल कुमावत बीपीएल परिवार से हैं। बेटी सूरजकुमारी की शादी उन्होंने रानी गांव निवासी निर्मल कुमार से 17 फरवरी को तय कर रखी थी। बेटी की शादी के लिए उन्होंने हाल ही में कुछ सामान व नए कपड़े बेटी के लिए खरीदे थे। सोमवार अलसुबह अचानक गैस सिलेंडर में आग लगने से घर में रखी बाइक, एलसीडी, सिलाई की मशीन, दुल्हन के लिए खरीदे नए कपड़े, पांच बोरी गेंहू सहित अन्य घरेलू सामान, घर की लाइट फिटिंग आदि जल गए।
सत्रह फरवरी को बेटी की शादी तय थी। सोमवार को ही ससुराल पक्ष के लोग गहने लेकर आने वाले थे। परिवार इसकी तैयारियों में जुटा था। सुबह गैस सिलेंडर पर भट्टी चढ़ा लापसी बनाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान सिलेंडर लीकेज होने से घर में आग लग गई। देखते ही देखते घर में रखी बाइक, दहेज का सामान, कपड़े, बिस्तरों तक आग पहुंच गई। सो रहे बच्चों को उठा इस परिवार ने घर के पिछले दरवाजे से भागकर जान बचाई। बच्चों को घर से बाहर निकालने के दौरान भूरालाल कुमावत के हाथ व चेहरा तक झुलस गया। उन्हें मलाल था कि सूचना देने के बाद भी समय पर न तो दमकल पहुंची और न पुलिस। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाया, तब तक बेटी के लिए लाया गया दहेज व घरेलू सामान आग की भेंट चढ़ चुका था। खुशियां मातम में बदलते देख परिवार के मुखिया भूरालाल की आंखों में आंसू थे।
यह हादसा सोमवार सुबह करीब सवा पांच बजे हुआ। भूरालाल की 26 साल की बेटी सूरजकुमारी की शादी 17 फरवरी 2022 को होनी हैं। 31 जनवरी 2022 को रानी से सूरजकुमारी के ससुराल पक्ष के मेहमान गहने आदि लेकर सांडेराव भूरालाल के घर आने वाले थे। ऐसे में परिवार सुबह से ही इसकी तैयारियों में जुटा हुआ था। सूरज कुमारी व उसके पिता भूराराम गैस सिलेंडर पर छोटी भट्टी लगा रहे थे। जिससे की खाना जल्दी बनाया जा सके। इस दौरान भूरालाल की पत्नी लापसी बनाने की तैयारी कर रही थी। अचानक गैस सिलेंडर लीकेज हो गया। यह देख भूराराम, उनकी पत्नी व बेटी घबरा गए। इतने में आग आस-पास के कपड़ों व बाइक तक पहुंच गई। वे कुछ समझते इससे पहले आग से घर में धूंआ ही धूंआ हो गया। सूचना पर भी दमकलकर्मी समय पर नहीं पहुंचे। जैसे-तैसे कर भूरालाल ने अपनी पत्नी व बेटी को घर के पिछले दरवाजे से बाहर निकाला। फिर नींद में सो रहे बच्चों को जगाकर उन्हें भी बाहर निकाला। इस दौरान वे आग की चपेट में आ गए। जिससे उनके हाथ व चेहरा झुलस गए।(हि.स.)