दीपक हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग, पुलिस पर गम्भीर आरोप
मेरठ । परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के खजूरी गांव में दीपक त्यागी की सिर काटकर हत्या के मामले में ग्रामीणों ने किला रोड को जाम करके सीबीआई जांच की मांग की। ग्रामीणों ने पुलिस पर मुख्य आरोपितों को बचाने का गम्भीर आरोप लगाया और मुख्यमंत्री से बात कराने की मांग की। डीएम और एसएसपी के आश्वासन के बाद भी लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ और उनका धरना जारी रहा।
खजूरी गांव के दीपक त्यागी का कटा हुआ सिर पुलिस को हत्याकांड के सातवें दिन बरामद हुआ। दीपक के परिजन और ग्रामीणों ने पुलिस पर साजिशन मुख्य आरोपितों को बचाने का पुलिस पर आरोप लगाकर सोमवार रात से धरना शुरू कर दिया। दीपक के कटे हुए सिर को किला रोड पर रखकर ग्रामीण धरना दे रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में चल रहे धरने में इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। मंगलवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह कांबोज धरना स्थल पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी को भी अपने बीच में बैठा लिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री से बात कराकर इस केस की सीबीआई जांच कराई जाए। इसके बाद धरना समाप्त किया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने दीपक की हत्या में लिप्त मुख्य आरोपितों को बचाया है। इस मामले में बड़ी साजिश रची गई है। ग्रामीणों ने मांगों को लेकर डीएम और एसएसपी को भी एक ज्ञापन दिया।
दीपक के परिजनों ने कहा कि छह इंच के गड्ढे में सिर कैसे दबाया जा सकता है। फहमीद नट की बेटी से अवैध सम्बंध की बात कहकर पुलिस उनके बेटे को बदनाम कर रही है। डीएम और एसएसपी को ग्रामीणों ने आठ अक्टूबर तक मांगें पूरी करने का समय दिया। दोनों अधिकारियों ने मांग पूरी कराने का प्रयास करने का आश्वासन दिया। इसके बाद भी ग्रामीणों ने धरना समाप्त नहीं किया।
परिजनों ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच करके असली आरोपितों को पकड़ा जाए। पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपए आर्थिक सहायता दी जाए। परिवार की सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस और सुरक्षाकर्मी दिए जाए। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।(हि.स.)